बंगाल में तेजी से हो रहा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ संचालित शाखाओं का विस्तार


जागरण संवाददाता, कोलकाता : पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। दावा किया गया है कि बीते पांच वर्षो में यहां संघ संचालित शाखाओं की संख्या में तीन गुना तक इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं इस दौरान संघ संचालित स्कूलों की संख्या में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

पश्चिम बंगाल के आरएसएस मुख्यालय केशव भवन से जुड़े नेताओं की मानें तो संघ के लिए बीते पांच साल का समय सुनहरा पल साबित हुआ है। उनका कहना है कि एक समय था जब राज्य में गिने चुने ही संघ कार्यकर्ता थे, लेकिन अब वे दिन शेष नहीं बचे हैं। आज स्थिति यह है कि धीरे-धीरे ही सही राज्य में संघ की अच्छी पैठ बन गई है। उल्लेखनीय है कि 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनी, लेकिन यहां के नेताओं का कहना है कि इससे पहले यानी 2011 से ही राज्य में संघ की पकड़ मजबूत हो रही है। कहा गया है कि 2011 में यहां संघ की शाखाओं की संख्या 580 थी जो 2014 में बढ़ कर 1280 हो गई।

बीते दिसंबर तक यह संख्या 1492 तक जा पहुंची है। केवल संघ संचालित शाखाओं की संख्या में ही बढ़ोतरी नहीं हुई है, बल्कि संघ संचालित स्कूलों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। आंकड़े बता रहे हैं कि राज्य में संघ संचालित प्राथमिक स्कूलों की संख्या 309 है, जहां 3193 शिक्षक पढ़ाते हैं। इन शिक्षकों में पुरुष शिक्षकों की संख्या 1537 है। संघ संचालित स्कूलों में छात्रों की कुल संख्या 66090 है इनमें छात्राओं की संख्या 23067 है। 19 स्कूलों में माध्यमिक, उच्च माध्यमिक स्तर तक पढ़ाई होती है। गौर करने वाली बात है कि इन स्कूलों में से 15 स्कूलों को बीते पांच वर्षो के दौरान स्वीकृति मिली है।

सौजन्यसे : http://www.jagran.com



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


सूचना: समाचार / आलेखमें उद्धृत स्रोत यूआरऍल केवल समाचार / लेख प्रकाशित होनेकी तारीखपर वैध हो सकता है। उनमेंसे ज्यादातर एक दिनसे कुछ महीने पश्चात अमान्य हो सकते हैं जब कोई URL काम करनेमें विफल रहता है, तो आप स्रोत वेबसाइटके शीर्ष स्तरपर जा सकते हैं और समाचार / लेखकी खोज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: प्रकाशित समाचार / लेख विभिन्न स्रोतोंसे एकत्र किए जाते हैं और समाचार / आलेखकी जिम्मेदारी स्रोतपर ही निर्भर होते हैं। वैदिक उपासना पीठ या इसकी वेबसाइट किसी भी तरहसे जुड़ी नहीं है और न ही यहां प्रस्तुत समाचार / लेख सामग्रीके लिए जिम्मेदार है। इस लेखमें व्यक्त राय लेखक लेखकोंकी राय है लेखकद्वारा दी गई सूचना, तथ्यों या राय, वैदिक उपासना पीठके विचारोंको प्रतिबिंबित नहीं करती है, इसके लिए वैदिक उपासना पीठ जिम्मेदार या उत्तरदायी नहीं है। लेखक इस लेखमें किसी भी जानकारीकी सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता और वैधताके लिए उत्तरदायी है।

विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution