जुलाई १७, २०१८
उत्तरी अफगानिस्तानमें इस्लामिक स्टेटके एक आक्रान्ताने मंगलवारको (१७ जुलाई) स्वयंको विस्फोटकसे उडा लिया । इस घटनामें एक तालिबान अधिकारी सहित २० लोगोंकी मृत्यु हो गई । दूसरी ओर दक्षिणी हेलमण्ड प्रान्तमें शासकीय बलोंने ५४ लोगोंको तालिबानकी एक कारावाससे छुडा लिया । अफगानिस्तानके सार – ए – पुल प्रान्तके प्रमुख अब्दुल कयूम बाकिजोईने बताया कि आज तालिबान नेताओंके साथ गांवके वरिष्ठ लोगोंकी भेंटके समय आईएसने यह आक्रमण किया । उन्होंने बताया कि मृतकोंमें गांवके १५ लोग और एक अधिकारी सहित तालिबानके पांच सदस्य सम्मिलित हैं ।
उत्तरी अफगानिस्तानमें तालिबान और इस्लामिक स्टेट समूहके मध्य कडा संघर्ष देखनेको मिला है । अधिकारीने बताया कि वर्तमानके दिनोंमें उत्तरी अफगानिस्तानमें तालिबान और इस्लामिक स्टेट समूहके मध्य कडा संघर्ष देखनेको मिला है । दोनों आतंकी संगठनोंके मध्य हिंसक संघर्षोंमें १०० आतंकी मारे गए हैं; यद्यपि प्रान्तीय परिषदके प्रमुख मोहम्मद नूर रहमानने बताया कि एक व्यक्तिको दफनाये जानेके समय एक मस्जिदमें विस्फोटकी यह घटना हुई ।
क्षेत्रके सुदूर स्थानपर स्थित होनेके कारण दोनोंके कथनोंमें अन्तरके कारणका पता नहीं चल सका है । दूसरी ओर दक्षिणी हेलमण्डके मुसा काला प्रान्तमें अधिकारीके एक दलने तालिबान आतंकियोंद्वारा संचालित एक बन्दीगृहपर आक्रमण करके ५४ लोगोंको छुडा लिया ।
आतंकी संगठन ‘इस्लामिक स्टेट’ने पूर्वी अफगानिस्तानमें सोमवारको एक आत्मघाती आक्रमण करनेका उत्तरदायित्व लिया है । इसमें ‘कम से कम’ १९ लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर सिख और हिन्दू थे । आक्रान्ताओंने अल्पसंख्यक समुदायके एक प्रतिनिधिमण्डलको लक्ष्य बनाया, जो रविवारको जलालाबाद स्थित राष्ट्रपति आवास जा रहे थे । वे लोग राष्ट्रपति अशरफ गनीसे मिलने जा रहे थे ।
मृत लोगोंमें अवतार सिंह खालसा भी थे । वह सिख समुदायके नेता थे । इस आक्रमणमें २० अन्य लोग चोटिल भी हुए थे । आईएसने आज दिए एक वक्तव्यमें कहा कि इसने कई देवी देवताओंकी पूजा करने वालोंको लक्ष्य बनाया ।
वहीं अफगानिस्तानके राष्ट्रपति अशरफ गनीने जलालाबादमें ‘इस्लामिक स्टेट’के एक आत्मघाती विस्फोटमें १९ अफगान नागरिकोंकी मृत्युपर सोमवारको दुख प्रकट किया । राष्ट्रपति गनीने ‘ट्वीट’ किया, ‘हमें उनकी मृत्युपर गहरा दुख है और उनके प्रियजनको बताना चाहते हैं कि हम उनके साथ हैं । मैं उनके परिजनों और मित्रोंके प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करता हूं और हम दुखके समयमें उनके साथ हैं ।’
गनी ने कहा, ‘हमारे जिन मित्र अफगानिस्तानियोंकी जलालाबादमें मृत्यु हो गई, उनके परिजनोंके लिए हमारा हृदय भर आया । मैं गर्वशाली अपने सिख लोगोंकी मृत्युपर दुखी हूं । मुझे कई बार उनसे संवाद करनेका सम्मान मिला था ।’
स्रोत : जी न्यूज
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