जनवरी १९, २०१९
उत्तर प्रदेशके मथुरा जनपदमें शनिवार, १९ जनवरीको प्रातः पुलिसने एक उपमण्डलमें छापा मारकर एक स्थानीय नागरिकके आश्रयमें अवैध रूपसे रह रहे बांग्लादेशके पांच पुरुषों एवं चार महिलाओंको बन्दी बनाकर कारावास भेज दिया । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकजने बताया, ‘‘गुप्तचर पुलिसके मुखबिरसे मिली सूचनाके आधारपर शेरगढ थानेके दलने गनीके आश्रयपर छापा मारकर वहां झोपडियां बनाकर रह रहे अलाउद्दीन (४०), निसार मिस्त्री (६०), अशराफुल (३०), मोहम्मद शाहिद (३०), मोहम्मद बिलाल (२९), परवीन (४०), अमीना (२८), अनुआरा (४५) व मरजीना (३०) से छह भ्रमणभाष व चार आधार कार्ड आदि अधिकृत किए ।’’ उन्होंने बताया, ‘‘उक्त सभी लोग बिना किसी वैध प्रपत्रके भारतमें रह रहे थे । वे अवैधानिक रूपसे घुसपैठ करके देशमें प्रविष्ट हुए थे । इन्हें आश्रय देनेवाला शेरगढ निवासी भाग गया है । पुलिसने उसकी खोज आरम्भ कर दी है ।”
“कांग्रेसी कुकृत्योंके कारण भारतके भिन्न-भिन्न नगरोंमें बांग्लादेशी धर्मान्ध व रोहिंग्या आकर रह रहे हैं और यहां अपनी संस्कृति अनुसार उपद्रव कर रहे हैं । अब इन्हें निकाला जाना अनिवार्य हो गया है; क्योंकि वोटके लिए भारतमें घुसाए गए धर्मान्ध अब भारतके लिए ही संकट बनते जा रहे हैं ! अतः शासन कडीसे कडी कार्यवाही कर इन्हें राष्ट्रीय सीमासे बाहर करे, यही राष्ट्र हितमें है !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : नभाटा
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