फरवरी १६, २०१९
हरियाणामें अंबालाकी एक ग्राम पंचायतने पुलवामा आतंकवादी आक्रमणके आलोकमें ग्रामीणोंसे किराएपर रह रहे कश्मीरी छात्रोंसे २४ घंटेके भीतर घर खाली करवानेको कहा है । सामाजिक प्रसार माध्यमोंपर इस सम्बन्धमें एक वीडियो आया है । इस वीडियोके सामने आनेके पश्चात पांच-छह विद्यार्थियोंको एम.एम. मुलाना विश्वविद्यालयमें स्थानान्तरित किया गया है । इस वीडियोमें मुलानाके ग्राम सरपंच नरेश राणाको यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘ग्रामीणोंसे कश्मीरी विद्यार्थियोंसे घर खाली करवानेको कहा गया है । यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो जिनके घरमें ऐसे विद्यार्थी रह रहें होंगे, उन्हें राष्ट्रद्रोही समझा जाएगा !’’ ग्राम प्रधानका आरोप है कि कुछ कश्मीरी विद्यार्थी ‘‘संदिग्ध गतिविधियों’’में सम्मिलित हैं । विश्वविद्यालयके एक न्यासी विशाल गर्गने बताया कि कुछ कश्मीरी विद्यार्थियोंने उनसे छात्रावासमें रहने देनेका अनुरोध किया था, उन्हें वहां ठहरा दिया गया है ।
“जब आपदा चहुंओरसे आन पडे तो व्यक्ति अपने प्राण बचानेके लिए कुछ भी करनेको सज्ज हो जाता है । कश्मीरी छात्रोंका आतंकी बनना और जिहाद करना, ऐसे प्रकरणसे कौन भयभीत नहीं होगा ? कौन अपने परिजनोंकी रक्षा नहीं चाहेगा ? आपदामें तो बस यही ध्यान आता है कि आपके गांवमें अथवा घरमें रह रहा बिलाल यदि बन्दूक लेकर जिहाद करने आ गया तो क्या होगा ? ऐसेमें सरपंचके निर्णयको अनुचित नहीं कहा जा सकता है ! ” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : नभाटा
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