बगदाद: इराक की अदालतों ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से संबंध रखने के लिए कई विदेशियों समेत 300 से अधिक लोगों को मौत की सजा सुनाई है. न्यायिक सूत्रों ने बताया कि संदिग्धों पर उत्तरी इराक के मोसुल में और बगदाद की अदालतों में मुकदमे चले. एक न्यायिक सूत्र के अनुसार , राजधानी में जनवरी से लेकर अब तक 97 नागरिकों को मृत्युदंड दिया गया और 185 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. जिन महिलाओं को सजा सुनाई गई हैं उनमें से अधिकतर तुर्की और पूर्व सोवियत संघ के गणराज्यों की हैं.
सु्प्रीम ज्यूडिशियल काउंसिल के प्रवक्ता अब्देल सत्तार ने एक बयान में कहा कि मोसुल के समीप तेल कीफ की एक अदालत ने 212 लोगों को मौत की सजा सुनाई. इराक ने आईएस के खिलाफ दिसंबर में जीत की घोषणा की थी. एक समय इस खूंखार आतंकवादी संगठन ने देश के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर रखा था.
आईएस विरोधी लड़ाकों की अंत्येष्टि के दौरान हुए हमले में 25 की मौत
इराक में सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर आईएस आतंकियों को खदेड़ दिया है, मगर आत्मघाती हमलों में आईएस आतंकी अपनी मौजूदगी के बारे में बताते रहते हैं. कुछ ऐसे ही एक हमले में जिहादियों द्वारा मारे गए इराकी लड़ाकों की अंत्येष्टि के दौरान हुए बम विस्फोट में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और 18 लोग घायल हो गए थे.
पुलिस ने मृतकों की इस नई संख्या की पुष्टि की. असदीरा स्थित कब्रिस्तान में जनाजे के प्रवेश के दौरान दो बम विस्फोट हुए. शरकत के दक्षिण में स्थित सुन्नी मुसलमानों का यह गांव इस्लामिक स्टेट समूह के आखिरी गढ़ों में से एक था, जिसे इराकी बलों ने फिर से अपने कब्जे में कर लिया है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कुल 25 लोग मारे गए और 18 घायल हुए, जिनमें से चार की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है. जनवरी में बगदाद में हुए दोहरे आत्मघाती हमले के बाद से यह अब तक का सबसे घातक हमला है. 16 जनवरी को हुए हमले में 31 लोग मारे गए थे.
Leave a Reply