अगस्त ३०, २०१८
‘पोप’ फ्रांसिसका त्यागपत्र मांगने वाले ‘आर्कबिशप’ कार्लो मारिया विगानोने कहा है कि गिरिजाघरोंमें भ्रष्टाचार शीर्ष स्तरतक पहुंच गया है । कार्लोने इस बातका खण्डन किया है कि उन्होंने व्यक्तिगत विद्वेषके अन्तर्गत ‘पोप’से त्यागपत्र मांगा था ।
इटलीके प्रसार माध्यमोंमें आर्कबिशप कार्लोका ११ पृष्ठोंका एक वक्तव्य सार्वजनिक हुआ था, इसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिकी कार्डिनल थियोडोर मैकक्रिकद्वारा किए गए बच्चोंके यौन शोषणके बारेमें पोप वर्षोसे जानते थे, इसके पश्चात भी उन्होंने मैकक्रिकपर कोई कार्यवाही नहीं की ! उन्होंने अमेरिकी गिरिजाघरके पूर्व और वर्तमान अधिकारियोंपर इस प्रकरणको छिपानेके आरोप भी लगाए थे ।
मैकक्रिकने गत माह त्यागपत्र दे दिया था । वेटिकनने कार्लोके नूतन आक्षेपपर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है । रविवारको आयरलैण्ड से वेटिकन लौटे ‘पोप’ने भी इस पर कुछ कहने से मना कर दिया । पोप समर्थकोंने कार्लोके आक्षेपोंको निराधार बताया है ।
“जिस तथाकथित धर्मका उद्देश्य ‘साम-दाम-दण्ड-भेद’से केवल अपना विस्तार करना हो, जिसमें आत्मोत्थानका कोई मार्ग नहीं है, वहां भ्रष्टाचार ही प्रधान होगा ! अब इनका वास्तविक रूप उजागर होने लगा है” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : दैनिक जागरण
Leave a Reply