घरका वैद्य – मक्का (भाग – १३)


* भार नियन्त्रणमें सहायक : बढे हुए भारसे दुःखी लोगोंके लिए भी भुट्टा एक सरल और उत्तम उपाय सिद्ध हो सकता है । इसमें प्रचुर मात्रामें ‘फाइबर’ पाया जाता है, जो कि भारको नियन्त्रित रखनेके साथ ही उसे न्यून करनेमें भी सहायता कर सकता है । इसके अतिरिक्त, भुट्टेके बालका उपयोग भी बढते भारको रोकनेमें सहायक होता है । ‘अमेरिका’की ‘बोस्टन यूनिवर्सिटी’ने भी इस बातको स्वीकार किया गया है । शोधमें ‘मेसिन’ नामके रसायनसे प्रचुर ‘कॉर्न सिल्क’का (भुट्टेपर हल्के रेशेदार बालका) अर्क भारको न्यून करनेमें सहायक हो सकता है ।

* ‘आयरन’की कमीको पूरा करे : कई रोगोंके बचावमें सहायक भुट्टा खानेके लाभमें ‘आयरन’की कमीको भी पूरा करना भी सम्मिलित है । इसका नियमित सेवन करनेवाले लोगोंमें लोह-तत्वकी कमीसे होनेवाली गम्भीर समस्याओंका कष्ट बहुत सीमातक न्यून हो सकता है । ‘एनसीबीआई’के एक शोधसे इस बातकी पुष्टि होती है । शोधमें माना गया कि मक्कीके कुछ विशेष प्रकार हैं, जिनमें लौहतत्व प्रचुर मात्रामें पाया जाता है । इनका सेवनकर यह कमी दूर की जा सकती है ।



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