जाकिर नाइकने बताया ‘हस्तमैथुन’को योग्य
१२ फरवरी, २०२१
रविवार, ७ फरवरीको कट्टरवादी इस्लामी उपदेशक मलेशियामें रह रहे भगोडे ‘डॉक्टर’ जाकिर नाइकने हस्तमैथुनकी इस्लाम अनुसार व्याख्या करते हुए कहा कि ये मुसलमानोंद्वारा पूछा जानेवाला सबसे सामान्य प्रश्न है । एक बडे इस्लामी ‘वेबसाइट’पर भी कई मुसलमानोंने इसे लेकर आदेश (फतवा) जारी करनेको कहा है । उसने कहा कि ७०-८०% लोग ‘पोर्न’ देखते हुए हस्तमैथुन करते हैं, जो निषिद्ध (हराम) है; परन्तु उसने ये भी कहा कि यदि किसी व्यक्तिकी पत्नी नहीं है और वह उसके विषयमें सोचते हुए हस्तमैथुन करता है, तो ये निषिद्ध (हराम) नहीं है ।
उसने कहा, “पैगम्बर मुहम्मदने लोगोंको अपने जननेन्द्रियोंको जबतक उसकी इच्छा हो, तब तक छूनेकी अनुमति दी है, केवल वह बाएं हाथसे किया गया हो । पैगम्बर मुहम्मदने कहा है कि ये आपका वीर्य है और आप जब चाहें, तब उसे निकाल सकते हैं !”
इससे पहले उसने कहा था कि यदि कोई मुसलमान पन्थका अनुसरण करता है, तभी उसे भारत जैसे देशमें ‘ब्यूरोकेट’ बनना चाहिए और मुसलमानोंके पास ‘ब्यूरोकेट’ बननेका एक ही कारण होना चाहिए और वो है अपने इस्लाम पन्थका प्रचार-प्रसार करना, अपने पन्थके कर्तव्योंका पालन करना ।
जिस पन्थके लोगोंको ब्रह्मचर्य व शुद्ध आचार पालनकी पद्धतिका ही ज्ञान नहीं, वो मनुष्य जीवनको कैसे दिशा दे सकते हैं ? इस्लाम और उनके अनुयायियोंकी ऐसी विचित्र प्रकारकी शिक्षाएं ही आज विश्वके लिए शूल बनकर उभरी हैं और इस शूलको जबतक नहीं निकाला जाएगा, तबतक वेदना बनी ही रहेगी ! – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
Leave a Reply