कृषि विधानके विरुद्ध जर्मनीमें हुए कांग्रेसके प्रदर्शनमें फहराए गए थे पाकिस्तानी ध्वज, भाजपाका वक्तव्य 


२४ फरवरी, २०२१
       जर्मनीमें ‘इण्डियन ओवरसीज कांग्रेस’द्वारा कृषि विधानोंके विरुद्ध दिसम्बर २०२० में विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था । मुम्बईके भाजपा प्रवक्ता सुरेश नखुआने आरोप लगाया है कि इसमें पाकिस्तानी ध्वज फहराया गया था । सुरेश नखुआने राज शर्माके नामका उल्लेख किया, जो कथित रूपसे ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’के पदाधिकारी हैं । उन्होंने यह भी कहा कि ‘आईओसी’ने विरोध प्रदर्शन हेतु १ करोड रुपये दान किए थे । नखुआने कहा कि उनके पास इसके साक्ष्य हैं कि ध्वज फहराया गया था तथा वे शीघ्र ही दृश्यपट प्रस्तुतकर इसे सत्य सिद्ध करेंगे ।
       ‘आईओसी’ने यह आरोप नकारते हुए कहा है कि उनके कार्यकर्ता उस समय उपस्थित नहीं थे, जब ध्वज फहराया गया ।
       उल्लेखनीय है कि किसान विरोध प्रदर्शनके द्वारा भारतकी छविको अन्तरराष्ट्रीय स्तरपर धूमिल करनेके कुप्रयास किए गए ।  रेहाना तथा मियां खलीफाने इस आन्दोलनके पक्षमें ‘ट्वीट’ किए थे, जिनका कांग्रेसने समर्थन किया था । ग्रेटा थनबर्गद्वारा त्रुटिवश साझा किए ‘टूलकिट’के कारण अन्तरराष्ट्रीय स्तरपर प्रवाद (अफवाह) तथा देशमें अशान्ति फैलानेके षड्यन्त्रकी पुष्टि हुई थी । दिशा रविने ‘व्हाट्सऐप्प’ गुट गठितकर इसे विश्वस्तरपर फैलानेका कार्य किया था । इस ‘टूलकिट’का सम्बन्ध खालिस्तानी सङ्गठन ‘पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन’से पाया गया है ।
        ग्रेटा थनबर्गद्वारा त्रुटिवश ‘टूलकिट’ साझा करनेसे भारतीय पुलिस विभागको घटित हिंसाका स्रोत ज्ञातकर आरोपियोंतक पहुंचना सरल हुआ । कर्तव्यनिष्ठ पुलिसको क्षति पहुंचानेवाले, लालकिलेपर धार्मिक ध्वज फहरानेवाले, देशमें अराजकता फैलानेके षड्यन्त्र रचनेवाले सभीको न्यायालयसे कठोर दण्ड दिया जाएगा, ऐसी केन्द्र शासनसे अपेक्षा है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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