मार्च २, २०१९
भारतने जिसप्रकार ‘एयर स्ट्राइक’कर पाकिस्तानमें चल रहे आतंकियोंके प्रशिक्षण स्थलोंको ध्वस्त किया, उसके पश्चात ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान सदैवके लिए न सही; परन्तु कुछ समयके लिए तो आतंकियोंका पक्ष लेना और सुरक्षा देना करना बंद कर देगा; परन्तु गत दिवसोंमें ‘रेडियो पाकिस्तान’ने जिसप्रकार आतंकियोंको ‘हुतात्मा’ बताया, उससे स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान न तो सुधरनेवाला है और न ही आतंकवादियोंको लेकर अपनी नीतियोंमें कोई परिवर्तन लानेवाला है !
उल्लेखनीय है कि ‘रेडियो पाकिस्तान’में प्रसारित किए गए मुख्य समाचारोंमें कश्मीरमें मारे गए आतंकवादियोंको हुतात्मा बताया गया । इतना ही नहीं, जब कुपवाडामें भारतीय सेनाद्वारा दो आतंकियोंको मारा गया तो पाकिस्तानने उन्हें भी हुतात्मा बताया !
पाकिस्तानको लेकर ऐसा माना जाता है कि वहांकी सेना जो कहती है, शासन वही करता है । पुलवामा आक्रमणके पश्चात भी जब इमरान खानका वक्तव्य सामने आया था तो इसप्रकारकी बातें सामने आ रही थीं कि इमरान खान वही बोल रहे हैं, जो कि पाकिस्तानी सेनाने उन्हें लिखकर दिया है ।
पाकिस्तानमें चलनेवाले अधिकतर प्रशिक्षण शिविर सेना और ‘आईएसआई’के नियन्त्रणमें हैं; इसलिए शासनके पास कुछ करनेकी अधिक शक्ति नहीं है । सैन्य विशेषज्ञ भी इस बातको मानते हैं कि पाकिस्तान जान बूझकर आतंकवादी गतिविधियोंको बंद नहीं करता है ।
“पाकिस्तान आतंकी राष्ट्र है तो एक आतंकी दूसरे आतंकीको हुतात्मा नहीं तो क्या कहेगा ? अब भारत अपना पग उठा चुका है । अब देखना यह है कि विश्वके अन्य राष्ट्र, जिन्होंने पाकिस्तानको आधुनिक विमान और शस्त्र प्रदान किए, जो पाकिस्तानको धन प्रदान करते रहें, वे अब क्या करते हैं ? भारतको अपनी युद्ध नीति और सशक्त करनी होगी । स्वयं शस्त्र बनाने आरम्भ करने होंगें । कांग्रेसके कुकृत्योंके कारण आज इस देशमें शस्त्र नहीं बनते हैं । यदि कोई बडी बन्दूक भी चाहिए हो तो उसे बाहरसे मंगाते हैं, यह लज्जाजनक है और इसलिए ही हम पूर्ण समाधान निकाल नहीं पा रहे हैं । जिस दिवस भारतने स्वयं अस्त्र-शस्त्र बनाने आरम्भ कर दिए, इस समस्याका अन्त स्वतः हो जाएगा ! ”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
स्रोत : ऑप इण्डिया
Leave a Reply