धमकी: किसी भी वक्त छिड़ सकता है परमाणु युद्ध- उत्तर कोरिया


उत्तर कोरिया ने धमकी दी है कि किसी भी वक्त परमाणु युद्ध छिड़ सकता है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास की कार्रवाई से बौखलाए प्योंगयांग ने अन्य देशों को भी अमेरिका का साथ नहीं देने को कहा है। संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के उप-उच्चायुक्त किम इन रयोंग ने संयुक्त राष्ट्र समिति के समक्ष यह धमकी दी है। हालांकि उन्होंने अपने बयान को समिति के समक्ष पढ़ा नहीं।

उन्होंने ने एक बयान में उत्तर कोरिया को एक ‘जिम्मेदार परमाणु देश’ भी करार दिया। वहीं दूसरे देशों को उत्तर कोरिया के खिलाफ किसी भी अमेरिकी सैन्य कार्रवाई में शामिल नहीं होने की चेतावनी दी। किम ने कहा कि किसी दूसरे देश के खिलाफ परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने या धमकी देने का हमारा कोई इरादा नहीं है।

संयुक्त राष्ट्र की निरस्त्रीकरण समिति के समक्ष कहा कि उनका देश इकलौता ऐसा देश है, जिसके खिलाफ अमेरिका ने सीधे तौर पर परमाणु हमला करने की धमकी दी है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि अमेरिकी सरकार उनके शासक के खिलाफ गुप्त ऑपरेशन चलाने की कोशिश में है। इस साल उत्तर कोरिया द्वारा लगातार परमाणु परीक्षण करने की वजह से अमेरिका के साथ उसके संबंध काफी तनावपूर्ण हो गए हैं और दोनों देशों की तरफ से लगातार एक दूसरे को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां दी जा रही हैं।

उत्तर कोरिया से लगती सीमा की यात्रा कर सकते हैं ट्रंप 
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगले महीने अपनी दक्षिण कोरियाई यात्रा के दौरान उत्तर कोरिया से लगते सीमा क्षेत्र तक जा सकते हैं। इस क्षेत्र से सेना हटाई जा चुकी है। उनकी एशियाई यात्रा के विवरण को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। इस संबंध में सवाल पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘हम उसे देखेंगे। मैंने उकसावे के बारे में नहीं सुना लेकिन हम निश्चित तौर पर इस पर विचार कर रहे हैं।’ ट्रंप ने कहा कि अगले महीने वह दक्षिण कोरिया, चीन, जापान, वियतनाम जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह फिलीपींस भी जा सकते हैं।

अमेरिका व जापान प्योंगयांग पर दबाव बढ़ाने पर सहमत
अमेरिका और जापान के राजनयिक उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव कम करने के लिए उस पर दबाव बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कूटनीति विफल हो जाती है तो सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। अमेरिका के विदेश उपमंत्री जॉन सुलिवान ने जापान के अपने समकक्ष शिन्सुक सुगियामा से मुलाकात के बाद कहा कि इस समस्या को हल करने के लिए विदेश विभाग का ध्यान कूटनीति पर है। सुगियामा ने सभी विकल्प तैयार रखने के उद्देश्य से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीति के लिए जापान के समर्थन को दोहराया लेकिन साथ ही चीन और रूस के साथ सहयोग के जरिए कूटनीतिक समाधान की जररत पर भी जोर दिया।



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