अ. प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति, आगामी आपातकाल हेतु पूरक चिकित्सा पद्धति अनेक सन्तों एवं भविष्यद्रष्टाओंने कहा है कि आनेवाले कुछ वर्ष अत्यन्त क्लेशप्रद होंगे । भारतमें ख्रिस्ताब्द २०२३ से हिन्दू राष्ट्रकी स्थापनासे पूर्व सर्वत्र अराजकता व्याप्त हो जाएगी, पञ्च तत्त्वोंका प्रकोप, बाह्य आक्रमण, आन्तरिक गृहयुद्ध यह सब घटित तो होगा ही साथ ही वैश्विक स्तरपर तीसरा […]
जल प्रकृतिका अनुपम और अनमोल उपहार है । यदि धरतीपर जल नहीं होता तो आज जीवन संभव नहीं होता । हमारे शरीरमें भी ७३ % प्रतिशत जलका भाग है इसलिए पंचतत्वोंसे बने शरीरको जलकी अत्यधिक आवश्यकता होती है। जल केवल प्यास बुझानेकी वस्तु नहीं है अपितु यह जीवनदाता है अर्थात् मानव देहकी मूल आवश्यकता है । […]
प्रकृतिके पंच तत्त्वोंमें (पृथ्वी, आप अर्थात् जल, तेज, वायु एवं आकशमें) हमपर आध्यात्मिक उपाय करनेकी प्रचण्ड क्षमता होती है । आज हम आकाश तत्त्वके माध्यमसे आध्यात्मिक उपायके विषयमें कैसे कर सकते हैं उस विषयमें जानकारी प्राप्त करेंगे । जिस प्रकार पृथ्वी, जल, सूर्य एवं वायुमें दैवी तत्त्व होता है और उनमें हमपर आध्यात्मिक उपाय करनेकी […]
उपासना का आध्यात्मिक केंद्र आरंभ हो चुका है हमारे यहां जो व्यक्ति मार्गदर्शन हेतु आते हैं उनसे जो कुछ हमें ज्ञात होता है , वह हम उस व्यक्तिका नाम पता सर्व गुप्त रख कर आपके समक्ष उनके प्रकरणको रखनेका प्रयास करेंगे जिससे आप भी अध्यात्मका सूक्ष्म पक्ष सीख सकें और आज जन सामान्य एवं साधकको […]
यदि बच्चेको अनिष्ट शक्तिका कष्ट होता है तो उन्हें नींद न आना, भोजन न करना, पढाईमें मन न लगाना, पढ़ाई अधूरी छोड़ देना, छोटी उम्र में व्यसन लगना, गालियाँ देना या सदा मारपीट करना, अत्यधिक शरारत करना, रात में सोते समय डर कर उठ जाना, सदा चिड- चिड करना जैसे कष्ट होते हैं ! ऐसे […]
पिछले कुछ वर्षोंसे मंदिरों (हिंदुओंके ) संचालक, प्रबन्धक, विश्वस्तोंसे मिलने पर ध्यानमें आया कि उन्हें मंदिरके संचालन, उसके रख-रखाव, पुनर्निमाण इत्यादि कार्यों में अत्यधिक एवं भिन्न प्रकारके अडचनें आ रही हैं जो उनकी बुद्धिके समझसे परे हैं और वे मुझे अपनी अडचनें बताते हैं ! वैसे ही अनेक हिंदुत्त्ववादियोंके भी घरोंमें, उनके जीविकोपार्जनमें एवं उनके […]
आज विश्वके १००% लोगोंको अनिष्ट शक्तिके कारण कष्ट हो रहा है | इस सम्बन्धमें कुछ बातें ध्यान रखें जो भी सामान्य नहीं हो रहा है और बुरा हो रहा है वह अनिष्ट शक्तियोंके कारण हो सकता है क्योंकि असामान्य और अच्छा करने की क्षमता साधारण लोगोंमें नहीं होता वह केवल ईश्वरमें या संतोंमें होता है […]
एक व्यक्तिने पूछा है कि आपको इतना अधिक कष्ट है तो आप आध्यात्मिक उपाय केंद्र (spiritual healing and counselling center) क्यों खोला है ? उत्तर : भिन्न वर्गको होनेवाले कष्टका अध्यात्म शास्त्रीय कारण समझ लें ! सर्वसामान्य व्यक्तिको जो कष्ट होता है वह अधिकांशत: लगभग २० से ३० प्रतिशत शारीरिक, मानसिक कारणोंसे होता है, शेष […]
जब भी समय मिले तो सागर, पवित्र नदियां या सामान्य नदियां, तालाब, झरना, कुंड, इत्यादि नैसर्गिक जलस्रोतमें स्नान करनेकी कोई संधि न छोडें | नैसर्गिक जलस्रोतके जलमें हमपर आध्यात्मिक उपाय (spiritual healing) करनेकी प्रचंड क्षमता होती है | समुद्र स्नानसे भी हमें कई प्रकारके शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं |-तनुजा ठाकुर