पंजाब में लगातार हो रही हैं राजनीतिक हत्याएं


पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस नेता रविंदर गोसाईं की हत्या उनके घर के बाहर कर दी गई. मोटरसाइकल सवार दो लोगों ने उनकी हत्या की है.

पिछले दो साल के अंदर पंजाब में यह 9वां मामला है जब किसी राजनीतिक व्यक्ति की हत्या की गई और पुलिस के हाथ हत्यारों के गिरेबान तक नहीं पहुंच सके.

इन तमाम मामलों को सुलझाने के लिए कई विशेष जांच दल भी बनाए गए लेकिन नतीजा सिफ़र ही रहा, कोई भी जांच टीम अंतिम नतीजे तक नहीं पहुंच सकी.

एक नज़र उन सभी राजनीतिक हत्याओं पर जो पिछले दो साल के अंदर पंजाब में हुईंः

  • 16 जून 2017 : पादरी सुल्तान मसीह की हत्या लुधियाना के पीरू बंदा मोहल्ला स्थित एक चर्च के बाहर कर दी गई. मोटरसाइकल पर सवार दो लोगों ने इस हत्या को अंजाम दिया. घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया लेकिन अभी तक इस मामले में कोई नतीजा सामने निकलकर नहीं आया है.
  • 25 जून 2017: डेरा सच्चा सौदा के संचालक 70 वर्षीय सतपाल शर्मा की हत्या उन्हीं के 40 वर्षीय बेटे रमेश ने लुधियाना में की थी.
  • 14 जनवरी 2017: हिंदू तख्त के 30 वर्षीय जिलाध्यक्ष अमित शर्मा की लुधियाना के जगराओं इलाके में बने दुर्गा माता मंदिर के नज़दीक गोली मारकर हत्या कर दी गई.
  • 06 अगस्त 2017: रिटायर्ड ब्रिगेडियर और आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा को जालंधर में गोली मारी गई. बाद में उनकी दयानंद मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई.
  • 23 अप्रैल 2016: शिवसेना लेबर विंग (पंजाब) के 28 वर्षीय नेता दुर्गा प्रसाद गुप्ता का ललहेड़ी चौक खन्ना (लुधियाना) में गोली मार कर हत्या कर दी गई।
  • 03 अप्रैल 2016: नामधारी पंथ की पूर्व प्रमुख चंद कौर को भैनी साहिब गुरूद्वारा के पास गोली मार दी गई थी. यह गुरूद्वारा लुधियाना से 30 किलोमीटर दूर है.
  • 19 जनवरी 2016: किदवई नगर के शहीदी पार्क में दो अंजान मोटरसाइकल चालकों ने आरएसएस नेता पर गोली चलाई थी, हालांकि हमले में नेता को बचा लिया गया लेकिन हमलावर बचकर निकलने में कामयाब रहे.
  • 31 जनवरी 2016: भटिंडा में कांग्रेस प्रत्याशी हरमिंदर सिंह जस्सी की रैली के पास एक कार में बम धमाका हुआ था. इस धमाके को करने के पीछे क्या मकसद था और किसने इसे अंजाम दिया अभी तक इसमें से कुछ भी साफ नहीं हो पाया है.


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