योगी सरकार का बड़ा फैसला : यूपी में बंद होंगी गुटखा फैक्ट्रियां


बिहार में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार ने गुटखा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इसके तहत बहुत जल्द प्रदेश में लगी गुटखा फैक्ट्री को बंद करने की तैयारी है। शुक्रवार को नोएडा पहुंचे यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार बहुत जल्द यूपी में चल रही गुटखा फैक्ट्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने वाली है। उन्होंने बताया कि योगी सरकार ने सरकारी कार्यालयों में पहले ही गुटखा पर प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन अब फैसला लिया गया है कि प्रदेश से गुटखा फैक्ट्रियों को बंद कर दिया जाए। इस दौरान यूपी के स्वास्थ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री गोपाल टंडन ने सेक्टर -27  स्थित ट्रामा सेंटर में 10 ऑपरेशन थिएटर और हार्ट विंग का उद्घाटन किया।

टीवी रोकथाम अभियान की हुई शुरुआत
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री ने जिले में टीवी रोगियों की पहचान और इस बीमारी की रोकथाम के लिए एक अभियान की शुरुआत की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक जिले में टीवी के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसी को देखते हुए इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।

सुप्रीम कोर्ट लगा चुका है गुटखा पर प्रतिबंध
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गुटखा की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है। गुटखा के विक्रय पर प्रतिबंध लगने के बाद भी दुकानों में पान मसाला व तंबाकू की बिक्री की जा रही है। अलग-अलग पाउच में पान मसाला और तंबाकू का विक्रय करने पर संबंधित निर्माण कंपनियों, विक्रय एजेंसियों और दुकानदारों पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

खाद्य पदार्थ की श्रेणी में नहीं आते पाउच
खाद्य एवं सुरक्षा अधिनियम 2011 की धारा 2, 3 व 4 के अनुसार तंबाकूयुक्त पदार्थ खाद्य पदार्थ की श्रेणी में नहीं माने जाते हैं। यही कारण है कि गुटखा बंद किए जा रहे हैं। इनमें निकोटिन होने के कारण लोगों को बीमारियां होने की संभावना होती है।

रूप बदलने की कवायद
प्रदेश में गुटखे की बिक्री बंद होने की घोषणा होते ही कुछ कंपनियों ने गुटखे को दूसरे रूप में बेचने की तैयारी कर ली है। एक कंपनी ने तंबाकू व पान मसाला अलग-अलग पुड़ियों में बेचना शुरू कर दिया है, ताकि उसे गुटखा नहीं माना जाए।



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