दुबई होते हुए नेपाल आई २४ वर्षीय ‘पाकिस्तानी’ युवती, बिहारके मार्गसे भारतमें घुसते पकडी गई


९ अगस्त, २०२२
       नेपालके मार्गसे भारतमें घुसनेका प्रयत्न कर रहे तीन सन्दिग्धोंको ‘सीमा सुरक्षा बल’ने पकडा है । इनमेंसे एक ‘पाकिस्तानी’ युवती है । २४ वर्षकी ‘पाकिस्तानी’ युवतीके साथ जो दो लोग पकडे गए हैं, उनमें एक नेपालका नागरिक है । दूसरा युवक भारतीय मुसलमान बताया जा रहा । बिहारके सीतामढी जनपदके भिट्ठामोडमें ‘एसएसबी चेकपोस्ट’के निकट इन्हें पकडा गया ।
       बन्दी बनाई गई युवतीके पाससे ‘कॉलेज आईकार्ड’, ‘आधार कार्ड’, ‘एटीएम कार्ड’, नेपाली और ‘पाकिस्तानी मोबाइल सिम’ सहित अन्य अभिलेख (दस्तावेज) मिले हैं । इन अभिलेखोंके अनुसार युवतीका नाम खादीजा नूर है । शंका है कि युवती गुप्तचरीके (जासूसीके) उद्देश्यसे भारतमें घुसपैठ करना चाहती थी । तीनोंको ‘एसएसबी’ ‘छावनी’में रखा गया है और उनसे पूछताछकी जा रही है ।
      विवरणोंके अनुसार युवती पाकिस्तानके फैसलाबादकी रहनेवाली है । ‘पाकिस्तानी’ युवती और सन्दिग्धोंके पकडे जानेपर सुरक्षा ‘एजेंसियां’ सतर्क हो गई हैं । घुसपैठका यह प्रकरण ऐसे समय उजागर हुआ है जब देश स्वतन्त्रताका अमृत महोत्सव मना रहा है । युवतीके पाससे ‘पाकिस्तानी’ पारपत्र (पासपोर्ट) और नेपाल स्थित इस्लामाबाद दूतावाससे जारी ‘टूरिजस्ट वीजा’ मिला है । बताया जा रहा है कि उसके ‘वीजा’पर ‘वापसी’की तिथि ४ सितम्बर २०२२ है । ऐसेमें प्रश्न यह उठ रहा है कि कहीं वह स्वतन्त्रता दिवसके अवसरपर भारतमें किसी षड्यन्त्रको ‘अंजाम’ देने अथवा किसी स्थानकी ‘रेकी’ करने तो नहीं आ रही थी । विवरणके अनुसार युवती दुबईके मार्गसे नेपाल आई थी ।
     इससे पूर्व ११ जून २०२२ को सीतामढीसे लगी सीमासे दो ‘चीनी’ नागरिकोंको ‘एसएसबी’ने पकडा था । दोनों नेपालके काठमांडूसे देहली और नोएडा आए थे । इसके पश्चात दोनों नेपालके मार्गसे चीन जानेका प्रयास कर रहे थे ।
      पाकिस्तान, आर्थिक रूपसे दरिद्र हो चुका है; तथापि उसकी निकृष्टतामें कोई अन्तर नहीं आया है । पाकिस्तानी घुसपैठ सहित सभी की समस्याओंका एकमात्र हल, पाकिस्तानका विनाश ही है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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