बंगाल दंगा: मुस्लिम दंगाई ने दी भारतीय सेना को ख़त्म करने की धमकी!


नई दिल्ली – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से धूलागढ़ में हो रहे दंगो पर जब भी कोई पत्रकार है तो उसका झूठ कहकर नकार दिया जा रहा है। दंगों को लेकर जितने विडियो, फोटो या फिर ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हुए हैं उन्हें भी ममता सरकार ने नकार दिया। आलम यह है कि ज़ी न्यूज़ ने बंगाल दंगो की रिपोर्टिंग की तो उनके रिपोर्टर सुधीर चौधरी समेत ज़ी न्यूज़ चैनेल पर एफआईआर दर्ज करा दिया गया। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में हिंसा जारी है पर सारा देश चुप है और बुद्धिजीवी मीडिया को तो सांप सुंघ गया है। ताजा खबर है कि मिलाद-उन-नबी के अगले दिन कुछ मुस्लिम युवकों ने हिन्दुओं के घरों और दुकानों में आग लगा दी।

12 अक्टूबर को हिंसा की शुरुआत पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना ज़िले से हुई, जहां कथित तौर पर मुहर्रम के जुलूस में बम फेंका गया। जिसके बाद हिंसक भीड़ ने हिंदुओं के घरों को जला दिया और इस हिंसे की आग 5 ज़िलों में फैल गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि, “पुलिस ने वहां पहुंचकर हालात को सामान्य किया और भीड़ को तितर-बितर किया। लेकिन उसके दो घंटे बाद वहां हालात बिगड़ गए। दोनों पक्षों के दंगाई आमने-सामने हो गए और पुलिस से भी उलझ गए। वे लोग बम लेकर आए थे। हमलोगों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। अंत में हमें हालात पर काबू पाने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा।” 

ममता सरकार ने दंगाईयों को दे रखी है खुली छुट –

बंगाल के हाल को देखते हुए दीदी का राज दंगा राज बनता जा रहा है। सवाल यह उठ रहा है कि क्या पश्चिम बंगाल की सरकार जानबूझकर, एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए या मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए कानून-व्यवस्था की अनदेखी कर रही है? ऐसे में एक वीडियो हमारे हाथ लगा है जिसमें साफ़ दिख रहा है कि बंगाल में इन दंगाइयों को कितनी खुली छुट मिली हुई है। वीडियो में दंगाई ममता सरकार और भारतीय सेना को खत्म करने की भी बात कर रहें है।



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