खेडामें मुसलमानोंका ‘लैंड-जिहाद’ !
०९ अगस्त, २०२२
गुजरातमें खेडा जनपदके नडियादमें ‘लैंड जिहाद’का प्रकरण सामने आया है । यहांकी मतार ‘तहसील’में मुसलमान समुदायके लोगोंद्वारा ‘जाली’ कागदपत्रोंके माध्यमसे ४०० ‘करोड’ रुपये मूल्यकी भूमि क्रय करनेका प्रकरण उजागर हुआ है । वर्ष २०१२ से अभीतक भूमि क्रय और विक्रयके ६२८ सन्देहास्पद प्रकरण उजागर हुए हैं । प्रशासनने ५०० से अधिक व्यक्तियोंको सूचना भेजकर इस सम्बन्धमें साक्ष्य प्रस्तुत करनेका आदेश दिया है, साथ ही प्रशासनने २५० प्रकरणोंमें ‘कानूनी’ आधारपर भूमि राजसात (जप्त) भी की है ।
इस प्रकरणमें राज्यके राजस्वमन्त्री राजेंद्र त्रिवेदीने स्वयं मतार ‘तहसील’ कार्यालयमें जाकर १ सहस्र ९३० प्रकरणोंकी जांच करनेका आदेश दिया, साथ ही उन्होंने कहा, “इस प्रकरणमें चूक करनेवाले अधिकारियोंपर कार्यवाही की जाएगी ।” उन्होंने प्रश्न भी रखा कि एक ही धर्मके लोग सामूहिक रुपसे यहांकी भूमि कैसे क्रय कर रहे हैं ? इसकी जांचकी जाएगी कि उनका उद्देश्य क्या था ? इसकी भी जांचकी जाएगी कि इस हेतु उनके पास पैसे कहांसे आए और किसने दिए ? इस प्रकरणमें प्रवर्तन निदेशालयद्वारा भी जांच की जा सकती है । यह सम्पूर्ण प्रकरण ‘लैंड जिहाद’का ही प्रतीत होता है । उन्होंने कहा, “यहांके प्राणनाथ महादेव मन्दिरकी भूमि विक्रयके लिए मन्दिरका नाम ही परिवर्तित कर दिया गया ।”
मुस्लिम समुदायद्वारा आए दिन ‘लव-जिहाद’ अथवा ‘लैंड-जिहाद’के रूपमें कहीं भी सुनियोजित प्रकारसे भूमि अधिग्रहणके घटना चक्रोंसे प्रतीत होता है कि इनका मुख्य उद्देश्य देशका ‘इस्लामीकरण’ ही करना है । इतनी बडी मात्रामें ‘घोटाला’ होनेतक प्रशासनिक अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और ‘पुलिस’ सो रही थी क्या ? सभी हिन्दुओंको सजग और जाग्रत रहनेकी आवश्यकता है, जिससे इनके उद्देश्यको निष्फल किया जा सके । अब ‘हिन्दू राष्ट्र’ अपरिहार्य हो गया है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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