‘गांवमें रहना है तो इस्लाम अपनाना पडेगा’, झारखंडके मुसलमान बहुल गांवमें हिन्दू परिवारकी बेटियोंके साथ मारपीट और अश्लीलता, पंचायतमें उठक-बैठक भी कराई


१८ अगस्त, २०२२
       ये घटना हजारीबागके बडकागांव ‘थाना’ क्षेत्रके सिरमा गांवकी है । इस गांवकी महिला किरण देवीका आरोप है कि १० अगस्तकी रात्रिको मुखिया इशरत जहांके बेटे वसीम अनेक लोगोंके साथ रात्रिमें उनके घर बलात घुस गया और बेटियोंको अपहृतकर ले गया । इसके पश्चात बाहर वर्षामें भरी पंचायतमें उनकी दोनों अवयस्क बेटियोंके साथ ‘गाली-गलौच’ और अश्लीलता की गई । उन्हें थप्पड मारे गए और कान पकडवाकर सबके सामने उठक-बैठक कराई गई । इसका ‘वीडियो’ बनाकर ‘सोशल मीडिया’पर भी ‘वायरल’ कर दिया गया । आरोपितोंने धमकी भी दी कि उनका पूजा-पाठ बन्द करवा दिया जाएगा ।
      किरण देवीका कहना है कि आगमी दिवस जब इस घटनाका परिवाद लेकर पंचायत समितिके पास गई तो १५ से २० लोगोंने उन्हें घेर लिया, जिसमें मुसलमान महिलाएं भी सम्मिलित थीं । वे सभी किरण देवीपर इस्लाम अपनानेका ‘दबाव’ बनाने लगे । उन्होंने ‘धमकाया’ कि इस गांवमें रहना है तो मुसलमान बनना होगा, नहीं तो लुप्त करवा दिया जाएगा । इधर ‘पुलिस’ने पीडित परिवारपर ही अभियोग प्रविष्ट कर दिया ।
        सनातन हिन्दू समाज संगठन और लोगोंको इस बातका पता चला तो उनमें आक्रोश फैल गया और ‘पुलिस’की इस कार्यवाहीके विरोधमें आन्दोलन आरम्भ कर दिया । लोगोंके ‘दबाव’को देखते हुए ‘पुलिस’का कहना है कि दो आरोपितोंको बन्दी बनाया जा चुका है और अन्य चार लोगोंकी खोज जारी है । उन्हें शीघ्र ही बन्दी बना लिया जाएगा ।
       बता दें कि झारखंडमें कई क्षेत्रोंमें पिछले कुछ वर्षोंमें मुस्लिमोंकी संख्या द्रुतगतिसे बढी है। संख्या बढनेके साथ उन क्षेत्रोंकी जनसांख्यिकीय स्थिति भी परिवर्तित हो गई है। जिन-जिन क्षेत्रोंमें मुस्लिमोंकी संख्या अधिक है, वहां वे इस्लामके अनुसार सब करनेका दबाव बना रहे हैं ।
       यह एक निन्दनीय घटना है और प्रशासनको इसपर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए । साथ ही हिन्दुओंको ऐसे उदाहरण देखकर जागरूक होनेकी भी आवश्यकता है । – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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