हमारे धर्मशास्त्रोंमें कहा गया है, अयोग्य, अधर्मी और व्यभिचारी राजाको पागल कुत्तेके समान पत्थर मार मार कर उसका वध कर देना चाहिए | यद्यपि आज तक ऐसा भारतीय इतिहासमें नहीं हुआ; परन्तु आजके अनेक देशद्रोही, धर्मद्रोही और व्यभिचारी शासनकर्ताओंको देखकर ऐसा करनेकी अनेक भारतीयोंकी इच्छा होती है ! – तनुजा ठाकुर
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