एक पाठकने पूछा है कि जन्म-हिन्दू, कर्म-हिन्दू, तथाकथित-हिन्दू और धर्मनिरपेक्ष हिन्दूमें क्या भेद है ?


एक पाठकने पूछा है कि जन्म-हिन्दू, कर्म-हिन्दू, तथाकथित-हिन्दू और धर्मनिरपेक्ष हिन्दूमें क्या भेद है ?

जन्म-हिन्दू अर्थात जो समझता है कि मात्र हिन्दू माता-पिताके यहां जन्म लेनेसे मैं हिन्दू कहलाने योग्य हो गया और उसे लगता है कि हिन्दू धर्म स्वयम्भू है; अतः वह नष्ट नहीं हो सकता, जबकि यथार्थ स्थिति यह है कि कन्धार, वर्तमानकालका अफगानिस्तानसे लेकर जावा, बाली, सुमात्रातक व्याप्त बृहद/वृहद हिन्दू, आज भारतके चालीससे भी अधिक नगरोंमें अल्पसंख्यक हो गया है, ऐसे हिन्दू समाजमें हो रही धर्मग्लानिको देखकर वह मौन रहता है और धर्माचरण नहीं करता है ।
कर्म-हिन्दू वह है जो साधना करता है, शास्त्रोंका अभ्यासकर उसे आत्मसात करता है और जो अपने हीन गुणोंको अर्थात स्वभावदोष और अहंको दूर करने हेतु प्रयत्नशील रहता है तथा अपनी विषय-वासनाओंको नियन्त्रितकर शास्त्र वचनोंको अपने जीवनमें उतारनेका प्रयास करते हुए, हिन्दू धर्म रक्षणार्थ प्रयत्नशील रहता है । आजतक इस संसारमें ऐसे ही हिन्दुओंके सत्कर्मके कारण हिन्दू-धर्म विद्यमान है ।
तथाकथित हिन्दू तो हिन्दू धर्मके नामपर कलंक है । वह मात्र नामसे हिन्दू होता है और उसके गुण एवं कर्म असुरोंके समान होते हैं, वह अपने धर्मको कलंकित करनेकी कोई भी सन्धि नहीं छोडता । पाश्चात्य संस्कृति और मैकालेकी शिक्षण पद्धतिने इस विषैले जीवको जन्म दिया है, ऐसे लोग हिन्दू देवी-देवता, साधू-सन्त और हमारे धर्म शास्त्रको अपशब्द कहते हुए दिखाई देंगे, ये प्रायः पढे-लिखे ‘भ्रष्ट बुद्धिजीवी’ होते हैं । ऐसे विषैले सांप आपको प्रतिदिन दिखाई देते ही होंगे, जो अनर्गल शब्दोंका एवं हिन्दू धर्म विरोधी कुकृत्योंद्वारा हिन्दुओंको धर्मके मार्गसे च्युत करनेका प्रयास करते हैं । खरे अर्थोंमें हिन्दू धर्मके ‘खरे बैरी’ ये तथाकथित हिन्दू ही हैं ।
धर्मनिरपेक्ष हिन्दू वे हैं, जो लाचार (बेचारे) आधुनिकताके मारे हैं । इन्हें गौ मांस खानेवाले और गोमाताकी पूजा करनेवाले, स्त्रीको भोग्या समझ, उनका शील लूटनेवाले और स्त्रीको पूजिता समझने वाले, मूर्ति, मन्दिर तोडनेवाले और मूर्तिपूजा एवं मन्दिरका निर्माण तथा रक्षण करनेवाले सभी भाई-भाई प्रतीत होते हैं । ये इस घातक दृष्टिकोणका पोषण करनेवाले होते हैं, इनका धर्मसे कोई सम्बन्ध नहीं होता, ये ‘दिखावटी’ धार्मिक होते हैं -तनुजा ठाकुर (४.४.२०१२)



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution