पाकिस्तानी जर्सीमें कश्मीरीको बंदी बनाया गया, जांच आरम्भ


एनआईए करेगी जांच

कश्मीरी युवकों का पाकिस्तानी क्रिकेट की जर्सी पहनने और पाक का राष्ट्रगान गाने के वीडियो को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) टीम मामले की जांच के लिए दिल्ली से घाटी को गुरुवार को रवाना हो रही है।

इससे पहले सेंट्रल कश्मीर के डीआईजी गुलाम हसन भट ने मीडिया को बताया है कि पाकिस्तानी जर्सी पहनने वाले सभी आरोपी खिलाड़ियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ये लड़के स्‍थानीय थाने में रखे गए हैं।

विरोध में परिजनों का प्रदर्शन शुरू

मामले में बाद कश्मीर पुलिस की सख्त कार्रवाई को देखते हुए आरोपी खिलाडि़यों के परिजनों में हड़कंप है। अपने बेटों को पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए परिजन थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। परिजनों की मांग है कि युवकों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए।

वहीं मामले गंभीरता को देखते हुए स्‍थानीय प्रशासन से आस पास के इलाके में पुलिस चौकसी को और बढ़ा दिया है। सुरक्षा कर्मियों को किसी भी स्थिति के लिए अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।

ऐसे सामने आया पाकिस्तानी जर्सी का मामला-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वीडियो में टीम के सदस्य मैच की शुरुआत से पहले पाकिस्तानी राष्ट्रीय गान गाते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद एक बड़ा विवाद शुरू हो गया है। मीडिया में आई खबरों की माने तो 2 अप्रैल को गंदरबल में वायल मैदान पर यह मैच आयोजित हुआ था।

इसी दिन PM मोदी कश्मीर दौरे पर थे

बता दें कि इसी दिन अलगाववादियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चेनानी-नाशिरी सुरंग के लिए जम्मू-कश्मीर की यात्रा के खिलाफ उस दिन हड़ताल का ऐलान किया था।

पाकिस्तानी हरे रंग की पहनावा वाली टीम का नाम बाबा दरिया उद दीन के नाम पर है, जो एक लोकप्रिय हैं, जिनका दरगाह गंदरबल में स्थित है।

बताया जा रहा है कि जहां खेले गए मैच की जगह श्रीनगर के नजदीक स्थित गंदरबल के वायल में है। हालांकि इसकी अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

गाया पाक राष्ट्रगान

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मैच की शुरुआत में लाउडस्पीकर से अनाउंस करके बताया गया कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय गान को मैच से पहले सम्मान के रूप में बजाया जा रहा है। यहां तक कि रिपोर्ट में यह भी खबर है कि जिस मैदान में यह मैच आयोजित किया जा रहा था, वहीं पास में ही स्थानीय पुलिस स्टेशन भी मौजूद है।

सौजन्यसे : http://www.livehindustan.com



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