पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में चुनाव का बिगुल बज चुका है। आगामी 9 नवंबर को राज्य की 68 सीटों के लिए एक साथ चुनाव होगा। मतदान में अभी करीब तीन हफ्ते का समय बचा हुआ है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आएगी Jagran.Com पर हम आपके लिए हिमाचल चुनाव से जुड़ी कई रोचक कहानियां और आंकड़े लेकर आएंगे। इससे पहले चलिए जानते हैं कि साल 2012 में चुने गए विधायकों की संपत्ति में 2007 के मुकाबले कितना बदलाव (कम-ज्यादा) हुआ।
5 साल में करीब 4 करोड़ बढ़ी संपत्ति
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने साल 2012 में चुने गए ऐसे 47 विधायकों की संपत्ति का जायजा लिया, जो 2007 में भी चुनकर आए थे। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2007 में इन विधायकों की औसत संपत्ति 3.59 करोड़ रुपये थी। पांच साल विधायक रहने के बाद साल 2012 में इन नेताओं की औसत संपत्ति 7.63 करोड़ रुपये हो गई। यानि चार साल में माननीयों की औसत संपत्ति 4.04 करोड़ रुपये बढ़ गई। साल 2007 और 2012 में चुनाव जीतकर आने वाले इन विधायकों की संपत्ति में 112 फीसद की बढ़ोतरी हुई।
सबसे ज्यादा बढ़ी कांग्रेस विधायकों की संपत्ति
पालमपुर से कांग्रेस विधायक ब्रिज बिहारी लाल बुटैल की संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ। 2007 में जहां उनकी संपत्ति 91.92 करोड़ रुपये थी, वहीं 2012 में यह बढ़कर 77.29 करोड़ बढ़कर 169.21 करोड़ हो गई। मंडी से कांग्रेस विधायक अनिल कुमार सिंह की संपत्ति में भी 26.59 करोड़ का इजाफा हुआ। साल 2007 में उनकी संपत्ति महज 3.11 करोड़ थी, जो 2012 में बढ़कर 29.70 करोड़ हो गई थी। नगरोटा से कांग्रेस विधायक जीएस बाली की संपत्ति में भी 21.03 करोड़ का इजाफा हुआ। जहां साल 2007 में उनकी संपत्ति सिर्फ 3.81 करोड़ थी, वहीं 2012 में यह 24.85 करोड़ रुपये हो गई।
भाजपा विधायक की संपत्ति भी बढ़ी चार गुणा
नहान से विधायक चुने गए भाजपा नेता राजीव बिंदाल की संपत्ति भी करीब चार गुणा बढ़ी। साल 2007 में जहां उनकी संपत्ति महज 1.60 करोड़ रुपये थी, वहीं 2012 में यह 4.82 करोड़ रुपये बढ़कर 6.42 करोड़ रुपये हो गई।
इनकी संपत्ति बढ़ी 7500 गुणा
बिलासपुर से कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर की संपत्ति बढ़ने की औसत उन पांच सालों में सबसे ज्यादा रही। 2007 से 2012 के बीच उनकी संपत्ति 7463 गुणा बढ़ी और यह 1.35 लाख से बढ़कर 1.02 करोड़ रुपये हो गई। कसौली (आरक्षित) सीट से भाजपा विधायक डॉ. राजीव सांहजल की संपत्ति में भी 1936 गुणा की बढ़ोतरी हुई और यह 1.53 लाख से बढ़कर 31.15 लाख हो गई। झंडूटा (आरक्षित) सीट से विधायक चुने गए भाजपा नेता रिखी राम की संपति 13.41 लाख से 874 गुणा बढ़कर 1.30 करोड़ रुपये हो गई थी।
इन विधायकों की संपत्ति घट गई
अरकी से भाजपा विधायक गोविंद राम की संपत्ति साल 2007 में 65.66 लाख रुपये थी, लेकिन अगले पांच साल में यह 29 फीसद गिरकर 46.60 लाख रह गई। डलहौजी से कांग्रेस विधायक आशा कुमारी की संपत्ति भी साल 2007 में 2.42 करोड़ रुपये थी, लेकिन 2012 तक इसमें 33 फीसद की गिरावट आयी और यह सिर्फ 1.62 करोड़ रुपये रह गई।
पार्टी नेताओं की औसत संपत्ति में बढ़ोतरी
पिछले दोनों चुनावों में जीते कांग्रेस के 24 नेताओं की औसत संपत्ति साल 2007 में 6.52 करोड़ रुपये थी। 22 भाजपा नेताओं की औसत संपत्ति 47.56 लाख और एकमात्र निर्दलीय विधायक की औसत संपत्ति 2.10 करोड़ रुपये थी। इसके बाद साल 2012 में चुनाव हुए और कांग्रेस नेताओं की औसत संपत्ति 6.97 करोड़ रुपये बढ़कर 13.50 करोड़ रुपये हो गई। भाजपा नेताओं की संपत्ति में 183 फीसद की बढ़ोतरी हुई और यह 87 लाख बढ़कर 1.34 करोड़ रुपये हो गई। निर्दलीय विधायक की संपत्ति में भी 2.93 करोड़ की बढ़ोतरी हुई और यह 5.03 करोड़ रुपये हो गई।
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