भारत ११वीं शताब्दीके शिव मन्दिरके जीर्णोद्धारमें कम्बोडियाकी सहायता करेगा


अगस्त २९, २०१८

दक्षिण पूर्व एशियाके कम्बोडियामें विश्व विरासत स्थलमें सम्मिलित भगवान शिवके प्राचीन मन्दिरके जीर्णोद्धार और संरक्षणमें भारत सहायता करेगा ।
दोनों देशोंके मध्य इस सम्बन्धमें बुधवारको सन्धिपर हस्ताक्षर किए गए । विदेश मन्त्री सुषमा स्वराजके कम्बोडियामें उनके समकक्ष प्राक सोखोनके साथ विस्तार से चर्चाके पश्चात सहमति पत्रपर (एमओयू)  हस्ताक्षर किए गए ।

दो देशोंकी चार दिवसीय यात्राके अन्तिम चरणमें कम्बोडिया पहुंची स्वराजने द्विपक्षीय, बहुपक्षीय और महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दोंपर चर्चा की । ‘प्रीह विहेर मन्दिर’ नामक यह मन्दिर सुदूर प्रीह विहेरमें स्थित है । ११वीं शताब्दीके आरम्भमें इस मन्दिरका निर्माण करवाया था ।

आपको बता दें कि कम्बोडियाके मैदानी क्षेत्रमें स्थित यह मन्दिर एक पठारके किनारेपर स्थित है । यह मन्दिर भगवान शिवका है । यूनेस्कोके अनुसार यह मन्दिर ८०० मीटर लम्बी अक्षपर पथमार्ग और सीढियोंकी प्रणालीसे जुडी अभ्यारण्योंकी एक श्रृंखलासे जुडा हुआ है । इसका इतिहास ९वीं शताब्दी से मिलता है । यहांपर एक आश्रम भी पाया गया है ।

यह विश्व विरासत स्थल बहुत अच्छी प्रकारसे संरक्षित है; क्योंकि यह मुख्य रूप से दूरस्त क्षेत्रमें स्थित है । इसकी वास्तुकला असाधारण है ! इस मन्दिरका वास्तुशिल्प अतुलनीय हैं ! इस मन्दिरको खमेर वास्तुकलाकी उत्कृष्ट कृति बताया जाता है । इसकी निर्माण योजना, साजसज्जा और पर्यावरणके साथ सामन्जस्य विचित्र है !

विदेश मन्त्रालयके प्रवक्ता रवीश कुमारने ‘ट्वीट’ किया कि सोकोनने स्वराजका स्वागत किया । उन्होंने कहा, ‘‘विदेश मन्त्रालयमें हुई प्रतिनिधिमण्डल स्तरीय वार्ताके मध्य दोनों मन्त्रियोंने द्विपक्षीय, बहुपक्षीय और महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दोंपर चर्चा की ।’’

स्रोत : जी न्यूज



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