चार वर्षोंसे अटकी शल्य चिकित्सा महर्षि सुश्रुतके अति प्राचीन विज्ञानसे हुई सफल !!


अक्तूबर १०, २०१८

चार वर्षोंसे एक विदेशी महिलाकी नाककी शल्य चिकित्सा (सर्जरी) अटकी हुई थी । अथक प्रयत्नोंके पश्चात वह चिकित्साके लिए भारत आई । चिकित्सकोंने यहां शल्य चिकित्सक महर्षि सुश्रुतके लगभग ढाई सहस्त्र वर्ष प्राचीन विधि अपनाई और उसकी सफल शल्य चिकित्सा कर नई नाक तैयार की ! चिकित्सकोंने महिलाके गालकी चमडीकी (खालकी) सहायता से यह नई नाक बनाई ।

एक समाचार विभागके अनुसार, शम्सा खान (२४) मूलरूपसे अफगानिस्तानकी रहने वाली हैं । आतंकी आक्रमणमें चार वर्ष पूर्व उन्हें गोली लग गई थी । वह उस आक्रमणमें उनकी नाक बुरी प्रकारसे बिगड गई थी । वह इसके चलते ठीक से श्वास भी नहीं ले पाती थीं । यहां तक कि उनकी सूंघनेकी क्षमता भी चली गई थी ।

अफगानिस्तानमें निराश होनेके पश्चात उन्होंने चिकित्साके लिए भारतका रुख किया । राजधानी नई दिल्ली स्थित केएएस मेडिकल सेंटर एण्ड मेडस्पामें उन्हें प्रविष्ट कराया गया । शल्य चिकित्सक (प्लास्टिक सर्जन) अजय कश्यपने कहा, “यह जटिल प्रकरण था । आधुनिक ढंग से बात नहीं बनी, तो हमने सुश्रुतकी विधिसे नाक बनानेके लिए गालसे खाल ली ।”

“अपनी तथाकथित ऊंचाईपर व्यर्थ दम भरने वाला आधुनिक विज्ञान बुद्धिजन्य रसायनोंपर (जो अत्यधिक हानिकारक है) आधारित है और इस प्रकरणसे ही ज्ञात होता है कि भारतका विज्ञान कितना उच्च कोटिका था !”- सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

स्रोत : जनसत्ता



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution