हरियाणा शिक्षा मन्त्रीने कहा, संस्कृतके विद्वान ‘एमबीबीएस’से अधिक योग्य है, गूगल नहीं वेदोंपर विश्वास है !


नवम्बर ४, २०१८

हरियाणाके खट्टर शासनमें शिक्षा मन्त्रालय सम्भाल रहे राम बिलास शर्मा एक बार अपने वक्तव्यके चलते समाचारोंमें हैं । शर्माने दावा किया है कि वर्षों तक आधुनिक चिकित्सिय विज्ञानकी शिक्षा ग्रहण करने वालोंसे संस्कृतके विद्वान अधिक योग्य हैं । संस्कृत विद्वान कभी रिक्त नहीं होगा और ऐसे लोग घर क्रय करने, विवा  करने और बच्चोंपर ध्यान केन्द्रित कर सकेंगे । चिकित्सकों और विपक्षकी आपत्तिके पश्चात् भी वह अपने वक्तव्यपर बने हुए हैं । विपक्षका कहना है कि यह भाजपाका वास्तविक स्वरुप दिखाता है । मंत्रीने इससे पूर्वमें भी भूतकालमें कई विवादास्पद वक्तव्य दिए हैं ।

शर्माने कहा, आजके छात्रोंको वेदोंकी जानकारी होनी चाहिए । साथ ही कहा, वह गूगलपर नहीं बल्कि वेदोंपर विश्वास करते हैं । उन्होंने कहा, जो भी शिक्षक ५० वर्षका है, वह राज्यके सरकारी विद्यालयमें लडकियोंको पढानेके लिए युवा है । शिक्षा मन्त्रीने महिला सुरक्षाके प्रश्नके सम्बन्धमें यह कहा ।

लगभग दो वर्ष पूर्व रामबिलासने अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवसपर ‘वार हीरोज स्टेडियम’में आयोजित कार्यक्रममें शिक्षकोंके विद्यालयमें जींस पहननेके प्रतिबन्धके आदेशको वापस लेनेके प्रश्नपर कहा था कि, विद्यालयमें अध्यापकका जींस पहनना चिंताका विषय नहीं है, बस नग्न न आ जाइएगा !

“वेद युक्त शिक्षा ओजस्वी छात्रोंका निर्माण करती है और मैकॉले पद्धति उच्छृंखलताका ! परन्तु चिन्ताका विषय है कि आजके राजनेता केवल वाणीसे कार्योंका सम्पादन करते हैं, कृत्य उसके अनुरुप नहीं होते हैं; अतः अब हिन्दू राष्ट्रकी स्थापना आवश्यक हो गई है !”- सम्पादक वैदिक उपासना पीठ

 

स्रोत : जनसत्ता



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution