धर्मांतरणको लेकर पाकिस्तानी संसदमें हिन्दू नेताने उठाई आवाज !!


मार्च २७, २०१९

पाकिस्तानमें दो हिन्दू युवतियोंका बलात धर्मान्तरणकी घटनाके पश्चात हिन्दू सांसद डॉ. रमेश कुमार वांकवानीने पाकिस्तानी संसदमें धर्मान्तरण, बाल विवाह और अल्पसंख्यकोंकी सुरक्षाके लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए । उनके प्रस्तावको पीटीआई, पीएमएलएन, पीपीपीपी सहित कई दलोंका समर्थन मिला ।

डॉ. रमेश वांकवानीने ‘बाल विवाह निरोधक अधिनियम’में (संशोधन २०१९) बलात विवाह (एक या दोनों पक्षोंने अपनी सहमति नहीं दी हो) और बाल विवाहपर ‘पाकिस्तान दण्ड संहिता’के अन्तर्गत प्रतिबन्ध लगानेकी बात कही है ।

वहीं ‘आपराधिक विधान (अल्पसंख्यकोंका संरक्षण) अधिनियम २०१९’में इस बातपर बल दिया है कि कोई भी व्यक्ति व्यस्क (१८ वर्ष) होनेतक अपना धर्म नहीं परिवर्तित कर सकता । यदि कोई ऐसा करता है, तो वह दण्डके लिए उत्तरदायी होगा और पीडितको अर्थदण्ड भी देना होगा । इतना ही नहीं ऐसे लोगोंको सहायता करनेवाले लोगोंको भी दण्ड मिलेगा ।

हिन्दू सांसदने यह भी पूछा कि देशमें केवल युवा हिन्दू लडकियां ही क्यों धर्म परिवर्तन कर रही हैं ?, जबकि लडका या कोई वृद्धा क्यों नहीं ?

 

पाकिस्तानमें हिन्दुओंके लिए बोलनेवाले केवल एक या दो नेता ही हैं, जो हिन्दू हैं; अतः पाकिस्तानका स्पष्ट सन्देश है कि हम इस्लामिक देश हैं तो हिन्दुओंके लिए बोलनेका तो नाम ही नहीं है; परन्तु भारत तो एक हिन्दू देश है, यहां भी हिन्दुओंके लिए बोलनेवाला कोई भी नहीं है ! हिन्दू शासकवर्गोंके रहतेभी हिन्दू अपने मुद्दोंको लेकर त्रस्त हैं और तो और द्वितीय श्रेणीके नागरिकों समान जी रहा है, अपने संसाधनों व अधिकारोंका उपयोग स्वयं नहीं कर सकता है ! हिन्दुओ ! विचार करें कि आपके इस चहुंमुखी अपमानका क्या कारण है ? धर्मशून्यता, क्षात्रहीनता ही इसके कारण है; अन्यथा विश्वमें किसमें इतना साहस है कि आर्योंको बुरी दृष्टिसे ही देख पाए, धर्मान्तरण तो दूरकी बात है ।  ” – सम्पादक, वैदिक उपासना पीठ

 

स्रोत : लाइव हिन्दुस्तान



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