कुछ वर्ष पूर्व एक सन्त कह रहे थे कि आनेवाला काल ऐसा होगा कि यदि तरबूजके छिलके भी खानेको मिल जाए तो उसे अपना सौभाग्य समझें ! चीनके वुहानमें वह दिन आ चुका है ! वहांके लोग ऑनलाइन शॉपिंगद्वारा भेजे गए सडे-गले तरकारी खानेको सिद्ध हो रहे हैं | संतोंके द्रष्टापनको जानकर मन कृतज्ञ हो जाता है |
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