धर्मशास्त्रोंको तुच्छ नहीं समझना चाहिए !


कुछ लोग वेदोंको मानते हैं; किन्तु अन्य धर्मशास्त्रोंकी अवहेलना करते हैं । ऐसे लोगोंने यह ध्यान रखना चाहिए कि हिन्दू धर्मके मुख्य धर्मशास्त्रको वेदज्ञोंने या सन्तोंने ही लिखा है; अतः उसके ज्ञानको किसी भी दृष्टिसे कम नहीं आंकना चाहिए ।
  कुछ लोग वेदोंमें श्रद्धा रखते हैं; किन्तु अन्य धर्मशास्त्रोंको तुच्छ समझते हैं । वस्तुतः ऐसाकर वे पापके भागी बनते हैं ।


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