कुछ समय पूर्व मैंने लिखा था कि जो स्त्रियां अपनी स्त्री सुलभ लज्जाको त्यागकर ओची प्रसिद्धि हेतु अंग प्रदर्शन करती हैं, उनका जीवनमें धन या तथाकथित सामाजिक प्रतिष्ठा होते हुए वे सुखी नहीं होती हैं, उन्हें भिन्न प्रकारसे शारीरिक, मानसिक, कौटुम्बिक एवं अन्य कष्ट होते हैं ! कुछ समय पूर्व ही एक ऐसी ही नटी जो मात्र अपने फूहड अंग प्रदर्शन हेतु जानी जाती हैं उनका विवाह मात्र १५ दिवसमें ही पतिद्वारा हिंसक वर्तनके कारण समाप्त हो गया !
स्त्रियों, प्रकृति विरुद्ध आचरणसे ईश्वरीय प्रकोप सहन करना ही पडता है यह ध्यानमें रखकर अपनी मर्यादाका पालन करना सीखें एवं अपने जीवनको सुखी बनाएं !
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