अब तो किसी सन्तकी शरणमें जाकर उनके कार्यमें योगदान दें !
एक बार एक सन्त कह रहे थे कि हिन्दू राष्ट्रसे पूर्व आनेवाला काल ऐसा रहेगा कि विद्यार्थी विद्यालय भी नहीं जा पाएंगे । उनकी पढाईमें तीन-चार वर्षोंतक अनेक व्यवधान आएंगे । वर्तमान परिप्रेक्ष्यमें वह सब चरितार्थ होते दिख रहा है ! भारत भूमिमें ऐसे अनेक द्रष्टा सन्त हुए हैं, जो वर्तमान कालमें घटित होनेवाले सभी प्रसङ्गोंको पहले ही बता चुके थे और उनकेद्वारा इस विनाशका उपाय, ‘मात्र और मात्र गुरुकृपा’ है, यह भी बार-बार बताया गया है; इसलिए अब तो किसी सन्तकी शरणमें जाकर उनके राष्ट्र और धर्मविषयक कार्यमें योगदान दें ! यह तो आपातकाल अभी आरम्भ ही हुआ है और मानवताको लज्जित करनेवाले अनेक प्रसङ्ग एवं हृदयविदारक दृश्य देखनेको मिल रहे हैं ।
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