१. जो कुछ नूतन सीखनेकी अपेक्षा, अपने अधपके ज्ञानको बांटनेमें अधिक रुचि रखता हो ।
२. जो अहंकारी हो ।
३. जिसमें सीखनेकी प्रवृत्ति न हो ।
४. जिसमें सुननेकी नहीं, अपितु मात्र सुनानेकी प्रवृत्ति हो ।
५. जिसमें एक ही बातको बार – बार बतानेपर भी आचरण करनेकी प्रवृत्ति न हो ।
६. जो सीखनेसे अधिक आलोचना करनेमें रुचि रखता हो ।
७. जिसमे ज्ञानको धैर्यपूर्वक धारण करनेकी प्रवृत्ति न हो । – तनुजा ठाकुर
Leave a Reply