परस्त्री को मां के रूप में न देखकर उसे भोग्या समझने वाले प्रत्येक पृरुष को अनिष्ट शक्ति का तीव्र कष्ट होता है और लज्जा स्त्री का नैसर्गिक गुण होने के कारण अंग प्रदर्शन करनेवाली स्त्री और उन्हें ऐसे करने के लिए उद्युक्त करनेवाले पुरुष अनिष्ट शक्ति से पीड़ित होते हैं ! अनिष्ट शक्ति से पीड़ित होना अर्थात हमारे शरीर, मन एवं बुद्धि पर भूत, प्रेत, पिशाच, चुड़ैल , राक्षस, एवं मांत्रिक का नियंत्रण होना ऐसे लोगों ने नियमित अनिष्ट शक्ति से बचने हेतु आध्यात्मिक उपाय करने चाहिए अन्यथा २०२३ – २०१८ के महाविनाश में उनका सर्वनाश निश्चित है !-तनुजा ठाकुर
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