असुरोंसे निकटता करनेपर उसकी तमोगुणी संस्कृतिसे उपजे पापकर्म भी हमें कहीं न कहीं सहन करने ही होंगे !
कोरोना वायरससे आज सबको कष्ट हो रहा है; किन्तु हम सभीने चीनकी तामसिक भोजन पद्धतिको अपनाया और साथ ही चीनके आसुरी भोजनसे उपजे आसुरी बुद्धिके माध्यमसे निर्मित अल्प मूल्यके स्तरहीन समाग्रियोंको सहज धन बचानेके अभावमें क्रय किया तो आज उसके चीन प्रदत्त कष्ट तो भोगने ही होंगे !
मुझे तब बहुत आश्चर्य हुआ जब विदेश धर्मयात्राके मध्य मलेशिया, होंगकोंगको तो जाने दें , ऑस्ट्रिया, जर्मनी, इटली इत्यादि देशोंमें रहनेवाले उपासनाके जिज्ञासु व साधक भी मुझे घूमने हेतु चीनी हाटमें ले जाना चाहते थे ! अर्थात मात्र अविकसित या विकाशसील देशोंमें ही नहीं अपितु विकसित कहे जाने वाले राष्ट्रोंमें भी इस आसुरी देशने अपनी मायाजाल फैला रखा है ! ऐसेमें यदि आज सम्पूर्ण विश्वको चीन प्रदत्त इस माहमारीको सहन करना पडा है तो इसमें आश्चर्य कैसा ? असुरोंसे निकटता करनेपर उसकी तमोगुणी संस्कृतिसे उपजे पापकर्म भी हमें कहीं न कहीं सहन करने ही होंगे !
इसलिए शास्त्रोंमें मलेच्छोंसे रोटी और बेटी दोनोंका ही सम्बन्ध न रखने हेतु कहा गया है !
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