‘बायकॉट इंडिया, इंडिया खत्म हो जाएगा’ : २०२३ में जिहादके लिए बना रखे थे ‘स्लीपर सेल’, ‘क्रॉस’ चिह्न लगाकर परिवर्तित कर दिया था तिरंगेका रंग
१८ जुलाई, २०२२
२०४७ तक भारतको ‘इस्लामी’ देश बनानेके षड्यन्त्रोंका रहस्योद्घाटन होनेके पश्चात बिहार ‘पुलिस’ने मरगूब अहमद दानिश उपनाम ताहिरको बन्दी बनाया गया था । वह २०२३ में ‘जिहाद’के षड्यन्त्रोंमें लगा था । ‘मीडिया’ विवरणोंके अनुसार, इसके लिए उसने अनेक ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ और ‘स्लीपर सेल’ बना रखे थे । वह ‘सोशल मीडिया’में निरन्तर उकसाऊ ‘पोस्ट’ करता था ।
उसने ‘गजवा-ए- हिंद’ नामसे ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ बना रखा था । इसके माध्यम युवाओंको उकसाया जाता था । देशके विरुद्ध घृणा उत्पन्न की जाती थी । हिन्दुओंको लक्ष्य करनेका पाठ पढाया जाता था । उसने अपनी ‘स्लीपर सेल’में भी अनेक युवाओंकी ‘भर्ती’ कर रखी थी ।
१२ जून २०२२ को मरगूबने ‘फेसबुक’पर ‘बॉयकॉट इंडिया’ नामक अभियान चलाया था । इस अभियानमें उसने तिरंगेपर ‘क्रॉस’का चिह्न लगाकर ‘नबी’से प्रेम करनेके नामपर भारतीय वस्तुओंका बहिष्कार करनेकी मांग की थी ।
मरगूब जैसे जिहादी वर्षोंसे भारतमें गृहयुद्धवाली परिस्थितिका निर्माण करनेमें लगे हैं । भारत शासनको उपर्युक्त प्रकरणमें कठोरतासे कार्यवाही करनी चाहिए । यह सभी हिन्दुओंके लिए सतर्क रहनेका समय है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
स्रोत : ऑप इंडिया
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