कर्नाटकमें निर्धन कन्याओंको ₹२५००० व पुजारियोंसे विवाह करनेपर ३ लाख रुपये मिलेंगे


०८ जनवरी, २०२१
     गत वर्ष ही येदियुरप्पा शासनद्वारा स्थापित ‘कर्नाटक राज्य ब्राह्मण विकास बोर्ड’के अन्तर्गत आर्थिक रूपसे निर्धन ‘EWS’ ब्राह्मणोंके लिए ‘पायलट प्रोजेक्ट’के रूपमें दो योजनाएं आरम्भ की गई हैं, ‘अरुंधती’ और ‘मैत्रेयी’ । इन योजनाओंका उद्देश्य इस स्तरकी नवविवाहिताओंको आर्थिक लाभ उपलब्ध कराना है । कर्नाटकमें ६ कोटिकी जनसङ्ख्यामेंसे लगभग ३% ब्राह्मण समुदायसे हैं ।
     ‘बोर्ड’के अनुसार, प्रथम योजना ‘अरुंधति’के अन्तर्गत ५५० निर्धन ब्राह्मण युवतियोंको विवाहके लिए २५००० रुपए प्रत्येकके अनुसार दिए जाएंगे, जबकि द्वितीय योजना, ‘मैत्रेयी’ राज्यमें निर्धन ब्राह्मण पुजारीसे विवाह करनेपर २५ युवतियोंको ३ लाख रुपए प्रत्येकके अनुसार ‘बॉण्ड’ दिया जाएगा, जो कि ३ वर्षोंतक उपयोग किए जा सकेंगे ।
     ‘बोर्ड’के अध्यक्ष एचएस सचिदानंद मूर्तिने कहा कि विवाह करनेवाली युवतियोंको कुछ अन्य नियमोंको भी पूरा करना होगा । जैसे, ब्राह्मण परिवार आर्थिक रूपसे दुर्बल श्रेणीका होना चाहिए । साथ ही, विवाह करनेवाली युवतीका यह प्रथम विवाह होना चाहिए और उन्हें एक निश्चित अवधितक विवाहित रहना ही होगा ।
     ‘बोर्ड’के अध्यक्षने कहा कि प्रारम्भमें ‘मैत्रेयी’ ऐसी युवतियोंके लिए आरम्भ किए जानेकी योजना थी, जो किसी निर्धनता रेखासे नीचे जीवन यापन करनेवाले ब्राह्मण, किसान, पाकशास्त्री (रसोइये) अथवा पुजारीसे विवाह करती; परन्तु सर्वेक्षणके पश्चात यह ज्ञात हुआ कि पुजारी वर्ग आर्थिक स्थितिपर अत्यन्त दुर्बल हैं और इसलिए इस योजनाको पुजारियोंके लाभके लिए चलानेकी घोषणा की ।
     ‘रिपोर्ट्स’के अनुसार, ‘मैत्रेयी’ योजनाके अन्तर्गत किसी भी विवाहित जोडेको ३ लाख रुपयेके ‘बॉण्ड’का पूरा लाभ उठानेके लिए ३ वर्षोंतक विवाहित रहना होगा और विवाहके प्रत्येक एक वर्षके अन्तमें १ लाख रुपएकी आंशिक राशि दम्पतिको दी जाएगी ।
     उल्लेखनीय है कि कर्नाटकके पूर्व मुख्यमन्त्री एचडी कुमारस्वामीने वर्ष २०१८-१९ में अपने कार्यकालके मध्य ‘ब्राह्मण विकास बोर्ड’के गठनके साथ ही उसे २५ कोटि ‘बजट फण्ड’ उपलब्ध करानेकी बात कही थी ।
       अत्यन्त हर्ष की बात है कि कर्नाटक शासनने निर्धन ब्राह्मणोंके हितमें कोई योजना निकाली है । आजतक तो इस देशमें जिहादियों व ईसाइयोंके लिए ही योजनाएं सुनी हैं; परन्तु येदियुरप्पा ब्राह्मणोंपर ध्यान दें रहे हैं, इसके लिए मुख्यमन्त्री महोदय अभिनन्दनके पात्र हैं । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ 

स्रोत : ऑप इंडिया



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


सूचना: समाचार / आलेखमें उद्धृत स्रोत यूआरऍल केवल समाचार / लेख प्रकाशित होनेकी तारीखपर वैध हो सकता है। उनमेंसे ज्यादातर एक दिनसे कुछ महीने पश्चात अमान्य हो सकते हैं जब कोई URL काम करनेमें विफल रहता है, तो आप स्रोत वेबसाइटके शीर्ष स्तरपर जा सकते हैं और समाचार / लेखकी खोज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: प्रकाशित समाचार / लेख विभिन्न स्रोतोंसे एकत्र किए जाते हैं और समाचार / आलेखकी जिम्मेदारी स्रोतपर ही निर्भर होते हैं। वैदिक उपासना पीठ या इसकी वेबसाइट किसी भी तरहसे जुड़ी नहीं है और न ही यहां प्रस्तुत समाचार / लेख सामग्रीके लिए जिम्मेदार है। इस लेखमें व्यक्त राय लेखक लेखकोंकी राय है लेखकद्वारा दी गई सूचना, तथ्यों या राय, वैदिक उपासना पीठके विचारोंको प्रतिबिंबित नहीं करती है, इसके लिए वैदिक उपासना पीठ जिम्मेदार या उत्तरदायी नहीं है। लेखक इस लेखमें किसी भी जानकारीकी सटीकता, पूर्णता, उपयुक्तता और वैधताके लिए उत्तरदायी है।

विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution