ये वर्तमान कालकी विडम्बना ही है कि इस बातको समाजको बताना पड रहा है कि ‘देसी गाय विदेशीसे श्रेष्ठ क्यों है ?’ विगत आलेखोंमें हमने जाना कि देसी गायकी क्या विशेषताएं हैं ? आइए कुछ और जानते हैं देसी गायके बारेमें जिनसे यह सिद्ध होता है कि देसी गाय ही श्रेष्ठ क्यों है ? ये […]
यह जाननेके लिए दोनोंके बारेमें जानना होगा ! क्या गाय मात्र एक सामान्य प्राणी है ? उत्तर- नहीं ! गाय मात्र एक सामान्य प्राणी नहीं अपितु विशिष्ट एवं सात्त्विक प्राणी है । गाय ब्रह्मांड संचालक सूर्यनारायणकी प्रतिनिधि है । इसका अवतरण पृथ्वीपर प्रकृतिके संतुलनको बनाए रखने हेतु हुआ है । पृथ्वीपर जितनी भी योनियां हैं, […]
इस आलेखमें हम भारतीय अर्थात् देसी गायोंकी तुलना विदेशी गायसे नहीं कर रहे हैं अपितु यह केवल एक प्रयास है भारतीय गायोंकी श्रेष्ठता प्रमाणित करनेका । भारतीय देसी गाय धैर्य एवं सहनशीलताका दूसरा नाम है । अनावृष्टिके कारण जब सूखा पड जाता है तब हरी घास उपलब्ध नहीं हो पाती, ऐसी स्थितिमें केवल भारतीय गाय […]
सावधान ! अब “गौ मांस” सेवन करनेवालोंकी मात्र ४ घंटे में ही मृत्यु हो जायेगी ! अहमदाबाद एल डी इंजीनियरिंग कॉलेजके ध्रुव पटेल, जिन्होंने हाल ही में भारतीय पशुपालनको ध्यानमें रखते हुए एक ऐसा रासायनिक इंजेक्शन बनाया है जो पशुओंके लिए एक एंटी वायरस का काम करेगा। उन्हें इसे बनानेमें २ वर्षका समय लगा है […]
सावधान ! अब ‘गौ मांस’ सेवन करनेवालोंकी मात्र ४ घंटे में ही मृत्यु हो जायेगी ! अहमदाबाद एल डी इंजीनियरिंग कॉलेजके ध्रुव पटेल, जिन्होंने हाल ही में भारतीय पशुपालनको ध्यानमें रखते हुए एक ऐसा रासायनिक इंजेक्शन बनाया है जो पशुओंके लिए एक एंटी वायरस का काम करेगा। उन्हें इसे बनानेमें २ वर्षका समय लगा है […]
आइए एक दृष्टि डालते हैं भारतीय गौवंशकी कुछ प्रमुख प्रजातियोंपर, १. साहीवाल प्रजाति : पंजाब-साहीवाल भारतकी सर्वश्रेष्ठ प्रजाति है । इस प्रजातिकी गायें अफगानिस्तानकी गायोंसे मिलती-जुलती हैं । यह प्रजाति गीर प्रजातिके वर्णसंकरसे बनी है । इस प्रजातिकी गायें मुख्यत: अधिक दूध देनेवाली होती हैं । अच्छी देखभाल करनेपर ये कहीं भी रह सकती हैं । […]
देसी गायके संबंधमें आइए प्रश्नोंके माध्यमसे जानते हैं :- • क्या गाय मात्र एक सामान्य प्राणी है ? उत्तर- नहीं ! गाय मात्र एक सामान्य प्राणी नहीं अपितु विशिष्ट एवं सात्त्विक प्राणी है । गाय ब्रह्माण्ड संचालक सूर्यनारायणकी प्रतिनिधि है । इसका अवतरण पृथ्वीपर प्रकृतिके संतुलनको बनाए रखने हेतु हुआ है । पृथ्वीपर जितनी भी […]
पर्यावरण केवल बुद्धिजीवियोंकी गोष्ठियोंका विषय ही नहीं है, वस्तुतः यह जीवन शैली है । वायु, पानी और धूपको नैसर्गिक सौन्दर्यके साथ जोडनेवाली विचार शुद्धता मंत्र है और यह हमें सिखाता है गोवंश । गोमय या गोबर तो सोनेकी खान है । गायके गोबरको जलानेसे एक क्षेत्र विशेषका तापमान कभी एक सीमासे ऊपर नहीं जाने […]
गौरूपी धन अर्थात् गौधन हमारे पास उपलब्ध है जिसे हम पवित्र और मांकी उपमा देते हैं, किन्तु इस संबंधमें भी स्थिति विकट है । मात्र पूजन करनेके समय ही हमें पवित्र गौमाताका स्मरण होता है , अन्यथा तो अधिकांश व्यक्ति इसे एक पशुरूपमें ही देखते हैं । सामान्यत: व्यक्तियोंका यह पूर्वाग्रह है कि भारतीय प्रजातिकी […]
गौरस की दिव्यता गायके दूधसे ‘एच्आयवी’से संरक्षण – मेलबर्न विद्यापीठके शास्त्रज्ञ मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया) – गर्भवती गायको ‘एच्आयवी’ प्रोटीनका टीका लगानेसे बछडेको जन्म देनेके पश्चात उस गायके प्रथम दूधमें बडी मात्रामें प्रतिद्रव्य निर्मित होते हैं । उस प्रतिद्रव्यके कारण गायके बछडेको ‘एच्आयवी’से संरक्षण प्राप्त होता है, ऐसा मेलबर्न विद्यापीठके प्रमुख शास्त्रज्ञ मैरिट क्रेम्स्कीजीने एक अभ्याससे सिद्ध […]