प्रेरक प्रसंग

प्रेरक कथा – नारदजीकी समस्या


एक बार देवर्षि नारद अपने पिता ब्रह्माजीके सामने “नारायण-नारायण” का जप करते हुए उपस्थित हुए और पूज्य पिताजीको दण्डवत प्रणाम किया ।  नारदजीको सामने देख ब्रह्माजीने पूछा, “नारद ! आज कैसे आना हुआ ? तुम्हारे मुखके भाव कुछ कह रहे हैं ! कोई विशेष …..

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प्रेरक कथा – दानका रहस्य


एक गांवमें एक वैश्य रहते थे । वह धर्माचरणी थे तथा सदैव यज्ञादि कर्मोंमें लगे रहते थे । उन्होंने अत्यधिक दान किया । अन्तत: उनका सम्पूर्ण धन समाप्त हो गया तथा उनके लिए भोजन व्यवस्था हेतु भी कुछ शेष न रहा तब सेठ व्यथित हो गए । सेठकी पत्नी धर्माचरणी, ……

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प्रेरक कथा – भगवान श्री गणेश तथा धनके देवता कुबेरकी कथा


हिन्दूधर्मके अनुसार कुबेर धन व वैभवके देवता हैं तथा ऐसी मान्यता है कि उनके कोषमें अत्यधिक धन-सम्पदा है । ऐसी श्रुति है कि आवश्यकतासे अधिक धन मनुष्यको अन्धा बना देता है । धनके देवता कुबेरके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ । उन्हें प्रतीत होने ……

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प्रेरक कथा – कृष्णने पिया राधाके चरणोंका चरणामृत


एक बार गोकुलमें बालकृष्ण अस्वस्थ हो गए थे । कोई भी चिकित्सक, वैद्य, औषधि, जडी-बूटी उन्हें ठीक नहीं कर पा रही थी । जब गोपियां उनसे मिलने आईं तो उनकी ऐसी स्थिति देखकर सभीके नैनोंमें आंसू आने लगे । भगवान कृष्णने उन्हें रोनेसे मना किया …..

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प्रेरक प्रसंग – रावणकी शिक्षा


ऐसा कहा जाता है कि श्रीराम तथा रावणके मध्य सम्पन्न अन्तिम युद्धके पश्चात रावण जब युद्ध भूमिमें मृत्युशैय्यापर पडा होता है तब भगवान श्रीराम, लक्ष्मणको समस्त वेदोंके ज्ञाता, महापण्डित रावणसे राजनीति तथा शक्तिका ज्ञान प्राप्त करने हेतु कहते हैं । तत्पश्चात  रावण, लक्ष्मणको ज्ञान देते हैं कि – शुभ कार्यमें कदापि विलम्ब नहीं करना चाहिए […]

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प्रेरक प्रसंग – भगवान उन्हीं लोगोंकी सहायता करते हैं जो स्वयंकी सहायता करते हैं


एक बारकी बात है कि किसी दूर गांवमें एक किसान रहता था । उन दिनों वर्षाका समय था चारों और गड्ढोंमें पानी भरा हुआ था । कच्चा पथ वर्षाके कारणसे फिसलन भरा हो गया था । सवेरे-सवेरे किसानको बैलगाडी लेकर कुछ धन अर्जित ……

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प्रेरक कथा – सबसे मूल्यवान वस्तु


राजा महेन्द्रनाथ प्रत्येक वर्ष अपने राज्यमें एक प्रतियोगिताका आयोजन करते थे, जिसमें सहस्रोंकी संख्यामें प्रतियोगी भाग लिया करते थे और विजेताको पुरस्कारसे सम्मानित किया जाता था । एक दिन राजाने सोचा कि प्रजाकी सेवाको बढानेके लिए उन्हें एक ……

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प्रेरक कथा – दो मुद्राओंका चमत्कार


एक बार श्रीकृष्ण और अर्जुन भ्रमणपर निकले तो उन्होंने मार्गमें एक निर्धन ब्राह्मणको भिक्षा मांगते देखा । अर्जुनको उसपर दया आ गई और उन्होंने उस ब्राह्मणको स्वर्ण मुद्राओसे भरी एक पोटली दे दी । जिसे पाकर ब्राह्मण प्रसन्नतापूर्वक अपने सुखद भविष्यके सुन्दर स्वप्न देखता …..

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प्रेरक कथा – तितलीका संघर्ष


एक बार एक व्यक्तिको अपने वाटिकामें भ्रमण करते हुए एक टहनीसे लटकता हुआ एक तितलीका कोकून दिखाई पडा । अब प्रतिदिन वह उसे देखने लगा और एक दिन उसने ध्यान दिया कि उस कोकूनमें एक छोटासा छिद्र बन गया है ……

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प्रेरक कथा – तीन साधु


एक स्त्री अपने घरसे निकली, उसने घरके सामने श्वेत लम्बी दाढीमें तीन साधु-महात्माओंको बैठे देखा । वह उनका अभिज्ञान नहीं कर पाई  । उसने कहा, ”मैं आप लोगोंको नहीं जानती, बताइए मैं आपलोगोंकी क्या सहायता कर सकती हूं ?” ……

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