देवतापूजनकी तैयारी करनेसे जीवके देहकी सात्त्विकता बढने लगती है और जीवके देहकी शुद्धि होती है । वास्तुशुद्धि होकर वायुमंडल प्रसन्न होता है । ब्राह्मणोंद्वारा पूजाविधिमें विधिवत किया जानेवाला संकल्प पूजास्थलपर देवताओंके आगमन तथा यजमानोंको आशीर्वाद प्रदान कराता है। – पू. तनुजा ठाकुर
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