हिंदुओं “फेंग सुई” एक मायावी और आसुरी वास्तु शुद्धिकी पद्धति है, इससे बचें ! इससे सरल उपाय है तुलसी लगाएं, गौमूत्र छिडकें और साधना करें ! चीनकी कोई वस्तु आज तक सात्त्विक और टिकाऊ रही है जो सांप, बिच्छू, तिलचट्टा(कॉकरोच), कीडे-मकौडे जैसी सारी अशुद्ध वस्तु खाते हैं, उनकी विद्या शुद्ध कैसे हो सकती है ? यह स्वयं सोचें !!! सूक्ष्म ज्ञानके अभावमें हर विदेशी वस्तु या पद्धति आजके कथित आधुनिक (MODERN) हिन्दूको अच्छी लगती हैं ! हिंदुओंकी सूक्ष्म इंद्रियां कार्यरत हों ! अब इसकी शिक्षा देना, यह एकमात्र उपाय है !!!-तनुजा ठाकुर
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