गणेश स्तुति




कार्यं मे सिद्धिमायातु प्रसन्ने त्वयि धातरि । 

विघ्नानि नाशमायान्तु सर्वाणि सुरनायक ।।
अर्थ : हे जगकर्ता ! हे देवोंके नायक, आपकी कृपासे मेरे कार्योंको यश प्राप्त हो और सारे विघ्नोंका नाश हो !

 



One response to “गणेश स्तुति”

  1. Shailendra Giri says:

    Very good

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution