गायसे मिलनेवाले घटकोंसे मनुष्यके लिए हानिकारक विकिरणशीलताका (रेडियो एक्टिवीटीका) प्रभाव न्यून होना
रशियन वैज्ञानिक एम शिरोविच कहते हैं कि यशस्वी प्रयोगके पश्चात जो जानकारी उन्हें गाय एवं यज्ञ विषयी प्राप्त हुई है , वह भारतीयोंको भी ज्ञात नहीं है । उन्होंने गायके विषयमें निम्न जानकारियां दींं –
अ. गायके दूधमें रेडियो विकिरण प्रतीकात्मक शक्ति होती है ।
आ. गायके गोबरका जिस घरमें नित्य उपयोग होता है वह घर रेडियो विकिरणसे विमुक्त होता है ।
इ. गायके दुधसे निकले घीकी अग्निमें आहुति देनेपर निकलनेवाला धुआं अत्यधिक प्रमाणमें रेडियो एक्टिवीटी रोधक होता है ।
अग्निमें आहुति देनेकी प्रक्रिया यज्ञ कहलाती है । – डॉ त्र्यं गो पंडे
सन्दर्भ : त्रैमासिक प्रज्ञा लोक जनवरी १९८०.
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