एक बार एक भक्त ने पूछा ” मेरे गुरुके अनेक भक्त थे फिर भी उन्होने किसी को अपनी गद्दी नहीं दी अब उनके स्थान पर कोई नहीं है, कम से कम अपने किसी रिश्तेदार को ही गद्दी दे देते । आगे क्या होगा पता नहीं, सरकार के नीच दृष्टि हमारे ट्रस्ट के धन पर है | गुरुजी ने ऐसा क्यों किया ?
उत्तर : संत कोई आज के नीच नेता की तरह थोड़े ही न होते है जो बेटा, पत्नी या बहू के अयोग्य होने पर भी अपना स्वार्थ सिद्ध करने हेतु किसी को भी अपनी गद्दी पर बैठा देते हैं | संतों की क्षमता अरबों nuclear बॉम्ब से भी अधिक होती है, किसी अयोग्य या कुपात्र के हाथ यह शक्ति चला जाये तो सृष्टि का सर्वनाश हो जाएगा और वह वे कैसे होने दे सकते हैं , अतः पात्र न मिलने पर उनकी गद्दी को खाली रखना वे उचित समझते हैं और निर्गुण स्तर पर खरे भक्त को मार्गदर्शन करते रहते हैं !!!!-तनुजा ठाकुर
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