सोनाक्षी सिन्हाके रामायणसे सम्बन्धित उत्तर न देनेपर अनेक लोग उसका उपहास कर रहे हैं, ऐसे सभी लोगोंसे पूछना चाहेंगे कि क्या इसके लिए हमारी शिक्षण पद्धति दोषी नहीं है ? आज सामान्य हिन्दुओंको धर्मका ज्ञान है ही कहां ! और अनेक लोग तो सीखना भी नहीं चाहते हैं अतः दूसरोंकी चूकोंपर हंसनेसे पूर्व अपना भीतर भी झांक कर देखना चाहिए ! आप अपनी सन्तानोंसे ही सप्त चिरिन्जीवका या पांच पांडवों या श्रीरामके चारों भाईयोंका या श्रीकृष्णकी आठों रानियोंका नाम पूछकर देखें ! निधर्मी शिक्षण व्यवस्थाने हम सभीको नाममात्र (namesake) हिन्दू बना कर रख दिया है | और इतिहास और धर्म जाने दें अपने सुपुत्रसे अपने तीन पीढीके ही नाम पूछकर देख लें ! हिन्दू बहुल देशकी दुर्दशा देख मन क्रंदन करता है |
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