धर्मविहीन समाज पशुताकी ओर बढता है, अनेक विकसित देशोंमें पूंजीवाद, समाजवाद, इत्यादि आधारित राष्ट्र प्रणालीके असफल होनेके साथ ही और इस्लामिक देश (जो धर्म आधारित होनेका ढकोसला करते हैं) में भी अन्य सामाजिक समस्यायें जैसे भयावह यौन रोग, आतंकवाद, आर्थिक मंदी, राजनैतिक अस्थिरता, समलैंगिकता, अमानवीय स्त्री उत्पीडन यह सब संकेत हैं कि मात्र सनातन धर्म आधारित राष्ट्र प्रणाली ही मानव उत्थानमें सहायक सिद्ध हो सकता है -तनुजा ठाकुर
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