जब वर्ष १९९८ में मुझे ज्ञात हुआ था अनेक संतोंने लिखा और कहा है कि वर्ष २०१२ से २०२० के मध्य विश्वकी ३० से ४०% और भारतकी ५०% जनसंख्या नष्ट हो जाएगी इतना विनाशकारी काल आनेवाला है तो मुझे लगता था कि मैं क्या करूंं कि इस जनहानिको किसी न किसी रूपमें टाल पाऊंं परंतु आज जिस प्रकारसे समाजमें व्यभिचार, भ्रष्टाचार वृद्धिंगत हो रहा है और दुर्जन, देवी -देवता, संत, गौ, गंगा, हमारी राष्ट्रकी देवी माँ भारती सबका तिरस्कार कर धर्मग्लानि कर रहे हैं, उसे देखकर तो मन क्रंदन करने लगा है और अब मैं भी उस महाकालसे प्रार्थना करने लगीं हूंं कि हे महाकाल, अब और अधिक देर न करें, दुर्जनोंका समूल संहार कर सुराज्य स्थापित करें, अब अति हो रहा है और यह सब देखना कष्टप्रद होने लगा है ! ईश्वर करे सारे दुर्जन और उसके मूक सहमतिदार सबका शीघ्र अति शीघ्र सर्वनाश हो !!! -तनुजा ठाकुर
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