संस्कृतनिष्ठ हिंदी ही हमारी राष्ट्र भाषा है !!!


मेरे कुछ मित्रों जानना चाहते है कि मेरी हिंदी भाषा के प्रयोग में उर्दू शब्द नहीं होते और वह प्रभावशाली होता है इसके लिए मैं क्या प्रयास करती हूँ ?
मेरे श्री गुरु परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवले ने एक बार कहा था की संस्कृतनिष्ठ हिंदी ही हमारी राष्ट्र भाषा है अतः उस दिन से शुद्ध संस्कृतनिष्ठ हिंदी लिखने और बोलने के प्रयास आरम्भ किये हैं।  जब भी कुछ लिखती हूंं और उसमे उर्दू शब्द आये तो उसके स्थान पर शुद्ध हिंदी शब्द ढूंढने का प्रयास कर उसका प्रयोग करती हूंं। उर्दू भाषा के प्रयोग से संस्कृतनिष्ठ हिंदी भाषा की सात्त्विकता कम हो जाती है अतः मांं सरस्वती से बोलते समय और लिखते समय भाषामें चैतन्य प्रवाहित हो ऐसी प्रार्थाना करती हूं -तनुजा ठाकुर



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