सूक्ष्म इन्द्रियोंको जागृत कर उन्हें विकसित करनेके लाभ (भाग – ३)


ख्रिस्ताब्द २०२५ तक भारत एक सशक्त हिन्दू राष्ट्रके रूपमें स्थापित हो चुका होगा ।  हिन्दू राष्ट्रमें कार्य करने हेतु अनेक दिव्यात्माएं पृथ्वीपर शरीर धारण कर पधार रही हैं; किन्तु मन तब क्रंदन करता है, जब आजके कलियुगी माता-पिता अपने ऐसे बच्चोंको योग्य प्रकारसे लालन-पालनतक नहीं कर पाते हैं ।  स्वयं तो तमोगुणी ढर्रेमें रहते ही हैं, पाश्चात्यवाद और आधुनिकताकी अंधी दौडमें भारतकी तेजस्वी पीढीके मन और बुद्धिपर भी तमोगुणका आवरण डाल रहे हैं ।  ईश्वरीय राज्य आनेपर ऐसी सात्त्विक पीढीको प्रथम अपना आवरण नष्ट करना होगा तत्पश्चात ही वे वैश्विक स्तरपर धर्मकार्य कर पाएंगी ।  यह सब सूक्ष्म ज्ञान नहीं होनेके कारण ही है ।
चार वर्ष पूर्व एक व्यक्तिको मैंने बताया था कि उनका पुत्र उच्च स्वर्गलोकका साधक है; अतः उसे किसी ईसाई मिशनरी विद्यालयमें न पढाएं ।  उसका प्रवेश किसी अच्छे हिन्दी माध्यमके विद्यालयमें कराएं; किन्तु उन्हें अंग्रेजी न आनेकी कुण्ठा है; अतः उन्होंने अपने पुत्रका प्रवेश एक ईसाइयोंद्वारा संचालित विद्यालयमें (कान्वेंटमें) करवा दिया है; परिणामस्वरुप जिस बच्चेका सात्त्विक वलय २५ फीट था वह तो नष्ट हो ही गया है अब उसके ऊपर ४० फीटका काला तमोगुणी आवरण आ गया है ।  पिछले वर्ष उसपर अनिष्ट शक्तिका आक्रमण भी हुआ और वह आठ वर्षका बालक एक दुर्घटनामें अपंग होते-होते बचा ।  वह भी इसलिए; क्योंकि उसकी माताजी और दादी बहुत सात्त्विक हैं और उनकी माताजीने बालकको बताए गए सर्व आध्यात्मिक उपचार नियमित किए ।
ऐसे ही अनेक उदाहरण हैं मेरे पास ! आजके माता-पिता अपने बच्चोंका जैसे भला ही नहीं चाहते हों, अपने बच्चोंको वैदिक धर्म अनुसार सुसंस्कृत भी उन्हें करना नहीं आता है ।  कुछ माता-पिता अपने बच्चोंको ‘कुरकुरे’, ‘पिज्जा’, ‘बर्गर’ खिलानेमें, अपनी बच्चियोंको बाल्यकालसे ही लडकोंवाले वस्त्र पहनानेमें गर्व अनुभव करते हैं ।  जैसे एक माताने नवरात्रके समय अपनी बच्चीको काले वस्त्र पहना दिए, जबकि उस बच्चीको जन्मसे ही अनिष्ट शक्तियोंका कष्ट है; अतः माता-पिता एक सुसंस्कृत पीढीका निर्माण कर सके; इसलिए समाजकी सूक्ष्म इन्द्रियां जागृत करनेकी प्रक्रिया सिखानी होगी ।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

सम्बन्धित लेख


विडियो

© 2021. Vedic Upasna. All rights reserved. Origin IT Solution