गुप्तांगोंपर मारते थे, ‘सैंडल’से कुचलते थे, मजीदने अरब देशोंमें विक्रय की केरलकी महिलाएं, कुवैतसे अबतक ४ को बचाया


२६ जून, २०२२
              खाडी देशोंमें मानव तस्करीकी घटनाएं ज्ञात हुई हैं । अभी ४ महिलाओंको तस्करोंसे बचाया गया है जिन्होंने, परिवाद प्रविष्ट किया है । इसमेंसे किसीके पतिने अपनी पत्नीको घर ‘वापस’ भेजनेका अनुरोध किया तो उससे  मजीदने ३.५ लाख रुपये मांगे न देनेपर उसे सीरिया ले जाकर आतङ्की समूहको बेचनेकी धमकी दी ।
               मजीदने धमकी दी तब वह कोझिकोडमें ही था । परिवाद प्रविष्ट होते ही वह विदेश चला गया । ‘पुलिस’ने अजुमोन नामक व्यक्तिको बन्दी बनाया है जो चाकरीका प्रलोभन देकर महिलाओंको मजीदतक ले जाता था ।
             कुवैतसे बचाकर लाई गई महिलाओंने अपनी व्यथा बताई । एकमें बताया कि उसे ४५००० वेतन देनेका झांसा देकर कुवैतमें उसका दास बनाकर विक्रय कर दिया । उससे रात-दिन चाकरी करवाई जाती । भोजन बनाना, स्वच्छता करना, वस्त्र धोना व ९ बच्चोंको सम्भालना पडता । एक ४८ वर्षीय व्यक्ति उसे उस घरमें छोडकर उसके प्रतिफलमें बडी धनराशि लेकर चला गया । छोटीसी चूक होनेपर उसे थप्पड मारा जाता । उसके पृष्ठ भागको चोटिल किया व उसे ‘सैंडल’से कुचला जाता ।
              पीडिताने बताया कि कुन्नूरके अली नामक मित्रने उसे कुवैतमें चाकरीका आश्वासन दिया था । उसने तिरुवनंतपुरमसे गायत्रीके खातेमें ८०,००० रुपये अन्तरित किए थे । वहां पहुंचनेपर उसे प्रताडनाएं दी गईं ।
              मुख्य आरोपी मजीद ही है जिसने अनेक महिलाओंको ६०,००० तक वेतन मिलनेका आश्वासन दिया था ।
           खाडी देशोंमें मानव तस्करी विरुद्ध कठोर विधान हैं, तबभी ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं । भारतीय न्यायालय इसमें कठोर दण्ड दे व महिलाएं प्रलोभनसे बचें, इसके लिए उन्हें जाग्रत किया जाए । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ
 
 
स्रोत : ऑप इंडिया


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