मैकाले शिक्षण पद्धतिमें पदवी पाने हेतु मात्र एक रट्टू तोता बननेकी आवश्यकता !
एक साधकने मुझसे पूछा कि फलां-फलां साधकोंको देखकर मेरे मनमें प्रश्न निर्माण होता है कि वे भारतके इतने बडे वैज्ञानिक प्रतिष्ठानोंसे कैसे उच्च शिक्षा प्राप्त कर ली जबकि उनमें तो सामान्य ज्ञानका भी अभाव स्पष्ट रूपसे देखा जा सकता है ! इसका उत्तर यह है कि आजकी निधर्मी एवं आसुरी मैकाले शिक्षण पद्धतिमें पदवी पाने हेतु मात्र आपको एक रट्टू तोता बननेकी आवश्यकता होती है ! आप विषय रटकर उसका वमन परीक्षाकी उत्तर पुस्तिकामें कर दें ! आपमें यह कौशल्य जितना अच्छा होगा आप उतने ही अच्छे विद्यार्थी कहलाएंगे और आप यदि यह निपुणतासे करते रहे तो एक दिन आप उच्च शिक्षित कहलाएंगे ! आजकी शिक्षा हेतु और किसी भी गुणकी आवश्यकता है ही नहीं; इसलिए तो आज बहुत बडा एक शिक्षित समाज बेरोजगार है ! इस देशमें जबतक गुरुकुल पद्धति थी तबतक न यहां कभी किसानने आत्महत्या की थी और और न ही यहां बेरोजगारी थी !
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