मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोगकी परीक्षामें कश्मीरपर पूछा विवादित प्रश्न, प्रश्नपत्र बनानेवाले २ निष्कासित


२१ जून, २०२२
    मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोगकी रविवारको हुई ‘प्रीलिम्स’ परीक्षामें कश्मीरको लेकर एक विवादित प्रश्न पूछनेके प्रकरणमें प्रश्नपत्र निर्धारित (सेट) करनेवाले दोनों लोगोंको ‘ब्लैक लिस्ट’ कर दिया है । प्रश्नपत्र बनानेवाले महाराष्ट्र और मध्य प्रदेशके ‘पेपर सैटर’को ब्लैकलिस्ट कर दिया है । प्रश्न आपत्तिजनक हैं ।
    ‘एमपीपीएससी’की १९ जूनको ‘प्रीलिम्स’ परीक्षा हुई थी । इसमें अभ्यार्थियोंसे प्रश्न पत्रमें पूछा गया कि, क्या भारतको कश्मीरको पाकिस्तानको दे देनेका निर्णय ले लेना चाहिए ? इस प्रश्नके लिए चार विकल्प भी दिए गए थे । इसमें तर्क १ दिया गया कि हां, इससे भारतका बहुतसा धन बचेगा । तर्क २ था- नहीं, ऐसे निर्णयसे इसी प्रकारकी और भी मांगें बढ जाएंगी । इसके पश्चात दो अन्य विकल्प भी थे । परीक्षामें उपस्थित अधिकांश अभ्यर्थियोंने ‘डी’ ‘ऑप्शन’का चुनाव किया, जिसमें ‘ए’ और ‘बी’ दोनोंको ही अनुचित बताया था । परीक्षा नियन्त्रकद्वारा बताया गया है कि आयोगद्वारा स्वतः संज्ञानमें लेते हुए अग्रेत्तर अनुशासनात्मक कठोर कार्यवाही गोपनीय रूपसे की जा रही है ।
        उक्त प्रश्नके भारत विरोधी उत्तर देनेवाले अभियर्थियोंको भी त्वरित ढूंढकर शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूपसे दण्डात्मक कारवाई करना चाहिए । भारतवर्ष आध्यात्मिक दृष्टिसे अर्थात दैविक रूपसे अनादि कालसे अविभाजित परमचैत्य शक्ति है भले ही भौतिक व स्थूल रूपसे खण्डित प्रतीत हो रहा हो । अखण्ड तेजोमय हिन्दू भारतवर्ष पुनः कैसे स्थापित हो ? कैसे भारतवर्षके जनमानसमें व्यष्टि और समष्टि स्तरपर दिव्य सामंजस्य बने ? इसका चिन्तन और क्रियान्वयन करना अपरिहार्य है । – सम्पादक, वैदिक उपाासना पीठ


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